विवेक हत्याकांड: विवादित बयान देने पर सिपाही सस्पेंड !

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एटा– लखनऊ में एपल के अधिकारी विवेक तिवारी हत्याकांड के आरोपी सिपाही के सर्मथन में पुलिस के बीच चल रहे अभियान पर सरकार जहॉं सख्त रुख अख्तियार किये हुए है और सरकार ने साफ कर दिया है कि वो नियम और कानून से चलती है ; फिर चाहे वो पुलिस हो या फिर अफसर। 

जो भी नियम कानून का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी। वहीं एटा के सिपाही सर्वेश चौधरी को विवेक तिवारी हत्याकांड में आरोपी सिपाही के सर्मथन में फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट डाले जाने पर कल सस्पेंड कर दिया गया था और उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाई भी की जा रही है। जिसके बाद सिपाही सर्वेश चौधरी आज शाम एटा एस एस पी आवास पहुंचा और एस एस पी आशीष तिवारी को लिखित में अपना इस्तीफा सौंपा। एस एस पी को सौंपे गये इस्तीफे में सर्वेश चौधरी ने एक माह के अवकाश पर घर जाने की अनुमति मांगी जिसे एस एस पी ने स्वीकार कर लिया। वहीं सर्वेश चौधरी ने अपने इस्तीफे की वजह के पीछे 1861 में अंग्रेजों के समय के बने पुलिस अधिनियम में बदलाव किये जाने की बात भी कही है।

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प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बहुचर्चित विवेक तिवारी हत्याकांड के आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी व संदीप के बचाव में सस्पेंड हुए सिपाही एटा पुलिस लाइन में तैनात सिपाही सर्वेश चौधरी ने एटा एसएसपी को अपना इस्तीफा सौंपा है। वही पौने दो सौ साल प्राचीन पुलिस सिस्टम व पुलिस अधिकारियों की कार्यप्रणाली से आहत होकर एटा एसएसपी को अपना इस्तीफ़ा दिया है । वही सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर उत्तर प्रदेश पुलिस सिस्टम पर सस्पेंड सिपाही ने सवाल उठाये थे। सस्पेंड सिपाही सर्वेश चौधरी ने कहा कि में इस प्राचीन पौने दो सौ साल पुराने ब्रिटिश अंग्रेज कानून के पुलिस सिस्टम के खिलाफ हूँ। 1861 का काला कानून खत्म कर नया कानून बनाया जाए और तब अंग्रेज राज करते थे और अग्रेज ही अधिकारी थे। तब भारत के सिपाहियों पर अत्याचार करने के चलते वो इस काले कानून का इस्तेमाल करते थे,पर आज 200 साल बाद भी ये काला कानून नही बदला है। 1861 के प्राचीन कानून को खत्म कर नया कानून बनाया जाने की मांग की है। 

वही पुलिस ने उसे पुलिस लाइन में नजरबन्द भी कर दिया था और किसी व्यक्ति से मिलने तक की इजाजत भी नही देने की बात कहते नजर आया। मैंने इस्तीफा दे दिया है, कप्तान साहब ने मुझ से कहा है कि ये आपका अधिकार है पर अभी आप सस्पेंड है और आपको घर जाने की 30 दिन का अवकाश दिया गया है और इस्तीफा में मंजूर में कुछ समय लगता है। इस्तीफा देने के बाद जनपद मथुरा जिले के रहने वाले सर्वेश चौधरी को उनके परिजन अपने साथ उन्हें घर ले गए है।

(रिपोर्ट- आर. बी. द्विवेदी, एटा )   

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