उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में ज्ञानपुर से विधायक विजय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। विधायक की गिरफ्तारी एमपी पुलिस ने की है। एसपी राम बदन सिंह ने इसकी पुष्टि की है। विधायक को लने यूपी की भदोही पुलिस एमपी जाएगी।
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विधायक की पत्नी रामलली लापता
बता दें कि एमपी के आगर जिले के मालवा से यूपी के विधायक विजय मिश्रा को उज्जैन मंदिर के बाहर से गिरफ्तार किया गया है। भदोही पुलिस की सूचना पर विजय की गिरफ्तारी की गई है। वहीं विधायक की पत्नी रामलली एमएससी हैं, जो कि फिलहाल लापता बताई जा रही हैं।
विधायक विजय मिश्रा ने बताया अपनी जान को खतरा
बता दें कि इससे पहले विजय मिश्रा ने अपनी जान को खतरा बताया था। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि पूर्वांचल के कई माफिया और सियासी धुर विरोधी साजिश रच रहे हैं। पंचायती चुनाव में कब्जा करने के लिए भदोही पर सबकी निगाह है।
विधायक के वीडियो पर भदोही पुलिस का जवाब
वहीं, भदोही पुलिस ने ट्विटर पर बयान जारी कर कहा, “MLA विजय मिश्र द्वारा 13 अगस्त को एक वीडियो जो असत्य तथ्यों को आधार बनाकर अपने आपराधिक कृत्यों से ध्यान भटकाने तथा जनता में भ्रम फैलाने के उद्देश्य से जारी किया गया। उनके विरुद्ध 73 अभियोग दर्ज हैं। सुरक्षा के लिए उन्हें गनर दिया गया है। वीडियो में लगाए गए आरोप असत्य और निराधार हैं।”
ये था पूरा मामला
विधायक विजय मिश्रा का कहना है कि “मेरी पत्नी रामलली और बेटे विष्णु को फर्जी मामले में फंसाया जा रहा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि ब्राह्मण होने के नाते उन्हें परेशान किया जा रहा है, क्योंकि वह ब्राह्मण होकर चार बार से विधायक हैं।”
वीडियो में विधायक यह कहते दिख रहे हैं कि उनके साथ ये सब इसलिए हो रहा है, ताकि बनारस या चंदौली का कोई माफिया यहां आकर चुनाव लड़ सके। बलिया के किसी बेटे को चुनाव लड़ाने की बात भी कर रहे हैं, इसीलिए उनकी हत्या कराई जा सकती है।
रिश्तेदार ने दर्ज कराया था मुकदमा
दरअसल, विधायक पर उनके रिश्तेदार धनापुर गांव निवासी कृष्णमोहन तिवारी ने जबरन घर में रहने और वसीयत बनाकर उनकी संपत्ति अपने बेटे के नाम करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। तिवारी ने विधायक, उनकी पत्नी एमएलसी रामलली मिश्रा और पुत्र विष्णु मिश्र पर गोपीगंज थाने में 7 अगस्त को मुकदमा दर्ज कराया था।विधायक विजय मिश्रा ने अपना राजनीतिक सफर कांग्रेस से शुरू किया। इसके बाद सपा और बाद में निषाद पार्टी में शामिल हुए।
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