…जब भेष बदलकर स्कूटी से सामान लेने पहुंची नगर मजिस्ट्रेट, हो गया बड़ा खुलासा
गोण्डा: शासन, प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद राष्ट्र व्यापी संकट के दौरान भी कई दुकानदार सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। lockdown के दौरान आपूर्ति बाधित होने का हवाला देते हुए वे न केवल वस्तुओं को निर्धारित दरों से अधिक मूल्य पर बेंच रहे हैं, बल्कि भगवान माने जाने वाले ग्राहकों से अभद्रता करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं।
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बुधवार को भेष बदलकर बाजार का हाल जानने दुकानों पर पहुंचे अधिकारियों ने कालाबाजारी में लिप्त तीन दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की है। इन सभी के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर दुकानें सील किए जाने की तैयारी चल रही है। सभी दुकानदारों को हिरासत में ले लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, जिला प्रशासन की तरफ से lockdown के दौरान दैनिक उपयोग की वस्तुओं, फलों व सब्जियों के थोक व खुदरा मूल्य निर्धारित करते हुए सभी व्यापारियों से संकट की इस घड़ी में प्रशासन को सहयोग करने व निर्धारित मूल्य से अधिक पर सामानों की बिक्री न किए जाने का अनुरोध किया था। इसके बावजूद बाजार में जमाखोरी व ओवर रेटिंग की शिकायत मिल रही थी। जिलाधिकारी डा. नितिन बंसल ने आज नगर मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी को lockdown के दौरान दैनिक उपयोग की वस्तुओं की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया।
इसके बाद नगर मजिस्ट्रेट ने उप जिलाधिकारी सदर वीर बहादुर यादव, पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर लक्ष्मीकांत गौतम व सूचना विभाग के कर्मचारी अरुण सिंह के सहयोग से lockdown के दौरान हुलिया छिपाकर दुकानों का जायजा लेने का निर्णय लिया।
बताते हैं कि नगर मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी बुधवार को भेष बदलकर स्कूटी पर सवार होकर सबसे पहले अम्बेडकर चौंराहे पर स्थित शर्मा किराना स्टोर पर पहुंची। प्रशासन द्वारा इस दुकान को फुटकर बिक्री के लिए खोलने की अनुमति दिए जाने के बावजूद दुकानदार काफी ऊंचे मूल्यों पर सामान बेंच रहा था। नगर मजिस्ट्रेट द्वारा जरूरी सामानों की खरीद के उपरान्त रसीद बनवाकर जब कुछ पैसे कम लेने की गुजारिश की गई तो दुकानदार ने उनसे अभद्रता करते हुए सामान का पैकेट हाथ से छीन लिया और बिना पूरा पैसा लिए सामान न देने की बात कही। इसके बाद उन्होंने बगल की दुकान पर जाकर भी कुछ खरीददारी की। यहां पर भी यही स्थिति देखने को मिली। सामान ऊंचे दामों पर बेंचा जा रहा था। इसको लेकर दुकानदार से बाकायदा झिकझिक भी हुई। इन सारे दृश्यों की गोपनीय ढंग से विधिवत रिकार्डिंग भी कराई गई।
बाद में अधिकारियों ने चौंक स्थित शंकर ट्रेडिंग कम्पनी पहुंचकर जांच किया। यह दुकान थोक विक्रेता की है, किन्तु फुटकर में भी वस्तुओं की बिक्री ऊंचे मूल्यों पर की जा रही थी। यहां भी सामान खरीदकर बिल बनवाया गया। इसके बाद प्रशासन की तरफ से तीनों दुकानों पर छापा डालकर दुकानदारों को हिरासत में ले लिया गया है। बताया जाता है कि सभी के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर दुकानें सील की जाएंगी। नगर में लेड़ी सिंगम के नाम से चर्चित हो रही नगर मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी के तेवर से पहले से ही नगर के अतिक्रमणकारी सहमे थे। अब आज की इस कार्रवाई के बाद दुकानदारों में भी हड़कम्प मचना तय है।