अधिकारियों की मिलीभगत से योगी सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं खनन माफिया
फर्रुखाबाद–प्रदेश भर में चार माह के लिए अवैध खनन, परमिशन पर खनन सभी पर रोक लगा दी गई है।फिर भट्टा मालिक हो या खनन माफिया अधिकारियो के चालक या बाबुओ से मिलकर पूरे जिले में अवैध खनन का कारोबार जोरो पर चल रहा है।
थाना जहानगंज क्षेत्र में एक स्थान पर जेसीबी मशीन से खनन हो रहा था। मीडिया का कैमरा चलते देख जेसीबी व टैक्टर लेकर खनन माफिया भाग निकले।उसके बाद जब ईट भट्टा मालिक से बात की गई तो उन्होंने जो बताया कि एसडीएम के चालक से बातचीत होने के बाद खनन शुरू कराया गया था।वही कोतवाली क्षेत्र के गांव खानपुर में रात्रि में जेसीवी से खनन जोरो पर रहा है।उसके बाद थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के कई गांव ऐसे है जहां पर खनन माफियाओं ने कसम खा ली कि कोई भी सरकार आये या चली जाए हमारा खनन जारी रहेगा।
पूरा जिला खनन माफियाओ के आगे कुछ नही दिखाई देता है।जिसका मुख्य कारण सरकारी कर्मचारियों का जेब भरना है।जब भी अवैध खनन को लेकर कोई खबर चली तो अधिकारियों को मौके पर बुलाकर एक या दो गाड़ियों को बंद कर दिया जाता है।लेकिन खनन बदस्तूर जारी रहता है।जब पुलिस से अवैध खनन पर बात करो तो उनका एक ही कहना होता है- यह काम खनन अधिकारी या एसडीएम ही बन्द करा सकते है।लेकिन किसी भी थाने में बे लोग बहुत कम होंगे जो अवैध खनन करने वालो को पकड़कर एसडीएम व खनन अधिकारी को बुलाकर उनकी गाड़ियों को सीज कराता हो क्योकि खनन माफिया हर जगहों पर रुपया देकर मामला शांत करा देते है।
जब वह रुपया खर्च कर रहे है तो उनको योगी सरकार के आदेश का क्या मतलब जिले में कोई भी काम दो नम्बर का काम हो तो उसको कैसे पूरा किया जाए। वह माफिया अच्छी प्रकार से जानते है।खनन करने का जो रुपया जमा होता था वह सरकार ने माफ कर दिया लेकिन उसके साथ मे एक शर्त रखी की जिसको खनन करना है वह अपने खेत से मिट्टी उठाकर अपने प्लाट या जमीन पर डाल सकता है।लेकिन ऐसा नही हो रहा है खनन अधिकारी की मेहरबानी से खनन माफिया प्लाटो में मिट्टी डालने का ठेका लेते है।जिसमे वह राजस्व को चूना लगाकर लाखो रुपये की आमदनी करते है।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद )