अनोखी पहल:वन्यजीवों की सुरक्षा के साथ वन विभाग मोगली विद्यालय की स्थापना कर दे रहा है बच्चों को शिक्षा
बहराइच–माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों पर बाघों के संरक्षण के लिए गठित की गयी स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के जवान वन और वन्य जीवों की सुरक्षा के साथ-साथ ऐसे कार्य भी कर रहें हैं जिससे एक ओर जहाॅ जंगलों के आस-पास रहने वाले बच्चों को भविष्य सुरक्षित होगा।
वहीं दूसरी ओर स्वस्थ, शिक्षित एवं स्वच्छ भारत का सपना साकार होने में मदद मिलेगी। रूडयार्ड किपलिंग की कालजयी रचना जंगल बुक के सभी काल्पनिक पात्र यदि किसी एक समय में अपने हाथों में कापी पेन लेकर एक स्थान पर एकत्र हो जायें, तो वह नज़ारा कैसा होगा। ऐसे नज़ारों की चाह रखने वाला कोई भी व्यक्ति दिन के तीसरे पहर वन क्षेत्राधिकारी मोतीपुर परिसर में आकर यह देख सकता है कि शाम को संचालित होने वाले मोगली विद्यालय में शिक्षा हासिल करने की चाह रखने वाले बच्चे किस प्रकार हॅसते खेलते हुए पूरी मस्ती के साथ चले आ रहे हैं।
ऐसी अभिनव पहल करने वाले स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के एसआई सतेन्द्र कुमार ने बताया कि मोतीपुर रेन्ज में तैनाती के समय उन्होंने परिसर में निवासरत कर्मचारियों के बच्चों को पढ़ाने से इस अभियान का श्रीगणेश किया था। कुमार ने बताया कि क्षेत्र के भ्रमण के दौरान उन्होंने आमजन को जागरूक किया कि अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए उन्हें जंगल में लकड़ी बीनने के बजाय विद्यालय भेजे। उन्होंने बताया कि शाम के समय परिसर में संचालित होने वाले विद्यालय में बच्चों की संख्या में गुणात्मक बढ़ोत्तरी हुई जिसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है, कि यहाॅ पर आने वाले बच्चों की संख्या 150 से अधिक हो गयी है।
कुमार ने बताया कि शिक्षा की चाह में आने वाले कुछ बच्चों के लिए तो 10 कि.मी. की दूरी भी कोई बाधा नहीं है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर बच्चें ऐसे भी है कि रोज़मर्रा के कार्यो में अपने परिवार का हाथ भी बटाते हैं और समय निकाल पढ़ाई के लिए भी जा जाते हैं। कुमार का मानना है कि वह खुद नही समझ पा रहे हैं कि इतने बच्चे क्यों आ रहें हैं।
उल्लेखनीय है कि दुधवा टाइगर रिज़र्व के फील्ड डायरेक्टर का पदभार ग्रहण करने पर जब रमेश कुमार पाण्डेय को मोतीपुर परिसर में विद्यालय संचालन की जानकारी हुई तो उन्होंने विश्व प्रकृति निधि (डब्लू.डब्लू.एफ.) से बच्चों की हौसला अफज़ाई करने का अनुरोध किया साथ ही यह भी कहा था कि वे शीघ्र ही मोतीपुर आकर विद्यालय के बच्चों से मुलाकात करेंगे।
विगत शनिवार को कतर्नियाघाट के दौरे पर आये एफडी रमेश कुमार पाण्डेय ने मोतीपुर परिसर में संचालित स्कूल का भ्रमण कर बच्चों से मुलाकात कर उनसे पठन-पाठन के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए उन्हें डब्लू.डब्लू.एफ. की ओर पठन-पाठन सामग्री का वितरण किया। पाण्डेय ने आश्वस्त किया कि ऐसे प्रयासों को प्रत्येक स्तर पर सराहा जायेगा। उन्होंने एसआई सतेन्द्र कुमार के प्रयासों की मुक्तकण्ठ से सराहना करते हुए प्रभागीय वनाधिकारी कतर्नियाघाट को निर्देश दिया कि स्कूल के सफल संचालन के बाघ संरक्षण समिति उत्तर प्रदेश को परियोजना प्रेषित किये जाने की कार्यवाही करें साथ कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग में संचालित हो रहे वन्य प्राणी सप्ताह में बच्चों की सहभागिता सुनिश्चित की जाय। बच्चों से विदाई लेते हुए पाण्डेय ने उन्हें आश्वस्त किया कि वह निरन्तरता के साथ उनके बीच आते रहेंगे।
इस अवसर पर डीएफओ कतर्नियाघाट ज्ञान प्रकाश सिंह, उप प्रभागीय वनाधिकारी मोतीपुर अवधेश कुमार पाण्डेय, वन्य जीव प्रतिपालक गिरिजापुरी यशवन्त, डब्लू.डब्लू.एफ. के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी दबीर हसन, क्षेत्रीय वनाधिकारी मोतीपुर खुर्शीद आलम, क्षेत्रीय वनाधिकारी ककरहा महेंद्र मौर्य, क्षेत्रीय वनाधिकारी कतर्नियाघाट पीयूष मोहन, स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के एसआई सतेन्द्र कुमार व अन्य जवान सहित वन विभाग के कर्मचारी एंव डब्लू.डब्लू.एफ. टीम के सदस्य मौजूद रहे।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक , बहराइच )