सरकारी बिल्डिंग हो या ऐतिहासिक धरोहर सब पर छा रहा है भगवा रंग
गोरखपुर– प्रदेश में सरकार बदलने के बाद सरकारी कार्यालयों, सरकारी बिल्डिंगों और ऐतिहासिक धरोहरों की यंहा तक अस्पतालों की भी दीवारों का भी रंग बदलने लगा है। इसकी शुरूआत सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद आलाकमान दफ्तर से हुई थी।
जैसे-जैसे वक्त बीता, प्रदेश के चारों ओर भगवा का रंग भी बढ़ने लगा। इसकी शुरूआत अब गोरखपुर में भी हो चुकी है। चूंकि योगी आदित्यनाथ का गढ़ होने के नाते यहां के सरकारी विभागों के अधिकारी अपने मुखिया को खुश करने के लिए बढ़-चढ़कर कार्यालयों को भगवा रंग से रंगवाने में गुरेज नहीं कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ के सूबे की सत्ता संभालने के बाद गोरखपुर को दूसरे पांच कालिदास के रूप में जाना जाता है। लिहाजा देर से ही सही लेकिन गोरखपुर में भी सरकारी संस्थानों और ऐतिहासिक धरोहरों का रंग बदलने लगा है। यहीं नहीं सरकारी दफ्तरों, कार्यक्रमों में भी ज्यादातर भगवा रंग के तौलिये का इस्तेमाल किया जाता है। जबकि दूसरी ओर भगवा रंग के लिये कोई सरकारी आदेश नहीं है।
ये स्थान हुए भगवा :
घंटाघर: गोरखपुर का ऐतिहासिक घंटाघर शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, सेठ रामखेलावन, और ठाकुर प्रसाद की याद में यह घंटाघर सन् 1930 में बनाया गया था। जो अब भगवा रंग में रंगा नजर आ रहा है।
जिला महिला अस्पताल: गोरखपुर के जिला महिला अस्पताल के मुख्य द्वार पर लगे बोर्ड का रंग भी अब बदल गया है। मुख्य द्वार पर लगे गेट का रंग पहले नीला था। लेकिन निजाम बदलने के बाद अब मुख्य द्वार पर लगे बोर्ड का रंग भगवा हो गया है। जबकि अंदर लगे बोर्डों का रंग फिलहाल अभी नीला ही है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद का क्षेत्रीय कार्यालय: माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तरप्रदेश इलाहाबाद के क्षेत्रीय कार्यालय गोरखपुर का उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते 16 अक्टूबर को किया था। यह बिल्डिंग अब भगवा रंग में नजर आ रही है। कार्यालय के साइन बोर्ड लेकर मुख्य द्वार पर लगे गेट का रंग भी भगवा है।इस मामले में संबंधित अधिकारियों से बात करनी चाही तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया।
रिपोर्ट-गौरव मिश्रा , गोरखपुर