गंगा व रामगंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु के ऊपर पहुंचा,तटवर्ती गांव के लोगों की मुसीबतें बढ़ीं
फर्रुखाबाद–गंगा और रामगंगा का जलस्तर बढ़कर चेतावनी बिंदु के ऊपर पहुंच गया है । गंगा व रामगंगा के चेतावनी के ऊपर हो जाने से तटवर्ती गांव के लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। रामगंगा के स्थिर होने से कटान भले ही रुक गया है, लेकिन ग्रामीणों की धड़कनें कम नहीं हुई हैं।
खरगपुर खंडौली संपर्क मार्ग पर बह रहे बाढ़ के पानी से ग्रामीण निकलने को मजबूर हैं। गंगा की बाढ़ का पानी कई गांवों में पहुंच गया है। गंगा का जलस्तर 10 सेंटीमीटर बढ़कर चेतावनी बिंदु के ऊपर 136.75 मीटर पर पहुंच गया है। नरौरा बांध से गंगा में 169256 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे जलस्तर में और वृद्धि होने की आशंका बढ़ गई है। रामगंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से ऊपर 136.80 मीटर पर स्थिर है। खोह हरेली रामनगर से रामगंगा में 4956 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि से तटवर्ती गांव के ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ गई हैं। गंगा की बाढ़ का पानी सुंदरपुर, नगला दुगरु, हरसिंहपुर कायस्थ, ऊगरपुर सहित कई गांवों में पहुंच गया है।
गंगा और रामगंगा के तटवर्ती गांवों में बाढ़ से स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। कंपिल क्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में है। लोगों ने बाढ़ राहत कैंप में शरण लेनी शुरू कर दी है। हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है, लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ अपना रुख कर रहे हैं। गांव में पानी बहुत तेजी से बढ़ रहा है। गांव पथरामई के पास लगातार कटान हो रहा है। गांव के अंदर गंगा के पानी ने कोहराम मचा दिया है, लोगों के खेतों में कटान जारी है। घरों में रखा काफी सामान भीगकर नष्ट हो गया। ग्रामीणों को अपना बसेरा छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ रहा है। ग्रामीणों को दो नावें मुहैया कराई गई हैं।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)