विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को हर तरफ सराहना मिल रही है. उनकी ये फिल्म दर्शकों के दिल को तो छू ही रही है, साथ ही राज्य सरकारों द्वारा भी इसे सराहा जा रहा है. इस समय यह फिल्म देशभर के सिनेमाघरों में छाई हुई है और लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है. फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा कलेक्शन कर रही है और राज्य सरकारें भी इस फिल्म को बढ़ावा दे रही हैं. हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रेदश समेत कई राज्यों ने इसे टैक्स फ्री कर दिया गया है. इस फिल्म में अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती और दर्शन कुमार जैसे बड़े अभिनेताओं ने काम किया है. इसकी एक वजह यह भी है कि इस फिल्म के प्रमोशन की पूरी जिम्मेदारी डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने अपने कंधों पर ले रखी है.
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फिल्म बनाते समय इन हालतों से गुजरना पड़ा
खास बातचीत के दौरान विवेक ने फिल्म से जुड़ी कुछ अनकही बातें शेयर की हैं. जब द कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक पूछा गया कि फिल्म बनाते समय उन्हें किन मुश्किलों से गुजरना पड़ा? वो कहते हैं कि ‘फिल्म बनाने से पहले थोड़ा डर था. आपकी जान को बहुत खतरा होता है, टेररिज्म से बचाने ना पुलिस आती है और ना आर्मी’. आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि ‘कई लोग फिल्म को अंडरएस्टीमेट कर रहे थे. कौन है कश्मीरी पंडित क्या है? लोकिन अब फिल्म इतिहास बना रही है और लोग अपने इतिहास को जान रहे हैं.’ फिल्म को मिल रहे प्यार को देखते हुए विवेक अग्निहोत्री ने जल्द की इसकी सीरीज बनाने का ऐलान भी किया है. यानी अब ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT Plateform) पर कश्मीरी पंडितों के दर्द को महसूस किया जा सकेगा.
5 हजार घंटों तक की गई रिसर्च के बाद बनी फिल्म
विवेक बताते हैं कि इस फिल्म को बनाने में 5000 घंटे के रिसर्च की गई, 15 हजार पेज के डॉक्यूमेंट इकट्ठा किए गए. लगभग डेढ़ घंटे की प्रेस कॉन्फ्रेंस में विवेक अग्निहोत्री ने 20 मिनट का एक वीडियो भी दिखाया. इस वीडियो में उन कश्मीरी पंडितों का इंटरव्यू था जो असल में उन दिनों कश्मीर में ही मौजूद थे. विवेक बताते हैं कि वह और उनकी पत्नी पल्लवी जोशी ने असली पीड़ित कश्मीरी पंडितों से मिलने के लिए दुनिया भर के कई देशों और भारत के कई शहरों के चक्कर लगाए और लगभग 700 से ज्यादा पीड़ित कश्मीरी पंडितों का इंटरव्यू रिकॉर्ड किया. इस फिल्म को बनाने में 4 साल का लंबा वक्त लगा. 20 मिनट के इस वीडियो में कई जगह पीड़ितों से बात करते-करते विवेक और पल्लवी जोशी अपने आंसू पोछते हुए दिखाई पड़ते हैं.
विवेक बताते हैं कि कश्मीरी पंडितों का ये दर्द तो है ही कि उन्हें उनके घर से निकाल दिया गया. लेकिन सबसे बड़ा दर्द ये है कि उस वक्त के पॉलिटिकल सिस्टम ने इस बारे में अधिकतर लोगों को ठीक-ठीक जानकारी ही नहीं लगने दी गई कि कश्मीरी पंडितों के साथ कितना अत्याचार हुआ था. सरकारों ने इस त्रासदी को छुपाने की भरपूर कोशिश की.
पीएम मोदी ने भी की फिल्म की तारीफ
वहीं पीएम मोदी ने ना सिर्फ इस फिल्म की तारीफ की बल्कि फिल्म के निर्माता से मुलाकात भी की. फिल्म के निर्माता अभिषेक अग्रवाल और निर्देशक विवेक अग्निहोत्री हाल ही में देश के प्रधानमंत्री से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ अभिनेत्री पल्लवी जोशी भी नजर आईं. निर्माता अभिषेक अग्रवाल ने अपनी इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की हैं.
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