वाराणसीःलापरवाही के चलते गिरा निर्माणाधीन फ्लाईओवर 18 की मौत
वाराणसी — उत्तर प्रदेश के वाराणसी में लापरवाही के निर्माणाधीन फ्लाईओवर के गिर जाने से 18 लोगो की दर्दनाक मौत हो गई। कैंट के पास हुए फ्लाईओवर हादसे के बाद पूरे शहर में अफरा-तफरी का माहौल है। लोग अपने परिजनों की तलाश में अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं।
करोड़ों की लागत से बन रहे इस फ्लाईओवर के गिरने से 18 लोग की दबकर मौत हो गई जबकि 25 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिसमें से 8 की हालत नाजुक बनी हुई है।वहीं, काशी हिन्दू विश्विद्यालय के पोस्टमार्टम हाउस में हादसे में मृत 15 शवों की शिनाख्त की जा चुकी है। इस दुर्घटना में मरने वाले गाजीपुर के एक ही परिवार के पांच लोग हैं। वहीं, इसके बाद जौनपुर के एक ही परिवार के 3 लोग इस हादसे का शिकार हो गए।शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा जा चुका है। वहीं, पोस्टमार्टम हाउस पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
गौरतलब है कि अखिलेश सरकार में 1 अक्टूबर 2015 को चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर के विस्तारीकरण का शिलान्यास हुआ और निर्माण शुरू किया गया।तब से लेकर आज तक इस फ्लाईओवर का निर्माण विवादों में ही रहा।अखिलेश राज में भी कई बार इसकी डीपीआर बदली गई। 2017 में योगी सरकार आई तो काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए।
फ्लाईओवर का निर्माण कार्य मार्च 2019 में पूरा होना था, लेकिन एक बार फिर अधिकारियों ने वाहनों के दबाव का हवाला देकर अक्टूबर 2019 तक काम को पूरा करने की मियांद बढ़ाने की मांग की गई।जबकि पिछले दिनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी इसका निरीक्षण करने पहुंचे थे। डिप्टी सीएम ने काम की धीमी गति को देखते हुए इसे जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश भी दिया था।
वहीं इस मामले में दुख जताते हुए सीएम योगी ने चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर समेत चार अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया।और मृतक के परिवार को 5-5 लाख व घायलों को 2-2 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है।इसके अलावा 48 घंटों के अंदर मामले की जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा है।