Sambhal : संभल जामा मस्जिद के सदर जफर अली गिरफ्तार, इलाका छावनी में तब्दील
Sambhal violence: एसआईटी ने उत्तर प्रदेश के संभल की जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली एडवोकेट को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। एसआईटी ने उनसे पिछले साल नवंबर में हुई हिंसा के बारे में करीब 4 घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पूछताछ के दौरान कानून व्यवस्था के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात रहा और प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा।
Sambhal violence: इलाके में भारी पुलिस तैनात
संभल सीओ अनुज चौधरी ने बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है। पूछताछ के बाद जामा मस्जिद सदर जफर अली को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, जिस गाड़ी में पुलिस जफर अली को ले गई, उसके साथ लोगों ने प्रदर्शन और नारेबाजी की। साथ ही, संभल पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गाड़ी के पीछे दौड़े।
Sambhal violence: कोर्ट के बाहर सुरक्षा कड़ी
इस मामले में वकील शकील अहमद ने बताया कि उन्हें आधिकारिक तौर पर आरोपी बनाया गया है। अब उन्हें चंदौसी लाया जा रहा है। मेडिकल जांच के बाद जमानत के लिए अर्जी देंगे। एक निर्दोष को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है। उसे गिरफ्तार करने का कोई अधिकार नहीं था। वहीं चंदौसी कोर्ट के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। जफर अली को उसके बेटे के साथ यहां लाया जाएगा।
गौरतलब है कि संभल जामा मस्जिद के सदर जफर अली एडवोकेट और पुलिस अफसरों के बीच कई बार कहासुनी हो चुकी है। इसके वीडियो भी वायरल हो चुके हैं। जामा मस्जिद कमेटी के सदर ने 24 नवंबर को हुए दंगे के दौरान पुलिस पर फायरिंग करने का भी आरोप लगाया था।
Sambhal violence: सर्वे के दौरान भड़की थी हिंसा
बता दें कि कोर्ट के आदेश पर 24 नवंबर को संभल की जामा मस्जिद में सर्वे हो रहा था। इसका कुछ लोग विरोध कर रहे थे। उनकी पुलिस से झड़प हो गई। इस दौरान दंगा हो गया। इसमें चार लोगों की मौत हो गई। कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हिंसा, फायरिंग और पथराव हुआ। पुलिस ने हिंसा के आरोप में कई लोगों को जेल भी भेजा है।