“यूपी समाचार” स्पेशल: इस बेटे ने खुद की जान देकर बचा ली थी दोस्त की जिंदगी
न्यूज़ डेस्क– भारत में बच्चों को दिया जाने वाला राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार सबसे सम्मानित पुरस्कार माना जाता है। “यूपी समाचार” वर्ष 2018 में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले बच्चों के बारे में आपको रूबरू करवाने जा रहा है।
मिजोरम के ‘ललछंदमा’ को मरणोपरांत मिलेगा पुरस्कार :
12वीं में पढ़ने वाले मिजोरम के इस लड़के ने नदी में डूब रहे अपनी दोस्त को बचाने की खातिर खुद प्राण निछावर कर दिए । ललछंदमा के पिता का कहना है कि उन्हें बेटे को खोने का दुख नहीं। उनके बेटे ने वही किया जो परिवार ने उसे सिखाया था। अपने बच्चे को खोने के बावजूद उस पिता का सारे बच्चों के नाम यही संदेश है कि परिणामों की चिंता किए बिना अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करें। यह पुरस्कार उनको मरणोपरांत दिया जा रहा है।
बता दें यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी बहादुर 18 बच्चों को प्रधानमंत्री द्वारा नकद राशि, प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया जाएगा। सभी की पूरी शिक्षा दीक्षा का खर्च भी परिषद द्वारा वहन किया जाएगा। नकद राशि के तहत भारत अवार्ड में 50 हजार रुपये, गीता और संजय चोपड़ा अवार्ड में 40-40 हजार रुपये, बापू गयाधनी अवार्ड में 24 हजार रुपये जबकि अन्य पुरस्कारों में 20-20 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे।