स्टूल और डलिया को कवच बनाने को लेकर DGP नाराज, कई पुलिसवालों पर गिरी गाज
पथराव के दौरान पुलिस ने स्टूल और डलिया को अपना कवच बनाया, एसपी ने किया सस्पेंड
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में दो युवकों की सड़क हादसे हुई मौत के बाद हुए पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. इस दौरान कई पुलिसवाले प्लास्टिक के स्टूल, डलिया और अन्य सामानों से खुद को बचाते नज़र आए थे.
जिस पर प्रदेश के डीजीपी एचसी अवस्थीकाफी नाराज़ हैं. जिसके बाद उन्नाव के एसपी से डीजीपी ने स्पष्टीकरण मांगा है. वहीं स्थानीय थानेदार को सस्पेंड कर दिया है.
ये भी पढ़ें..यूपी में फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, कई पुलिस उपाधीक्षकों का ट्रांसफर, देखें लिस्ट…
डीजीपी ने की कार्रवाई, दिए जांच के आदेश
बता दें उन्नाव में पथराव के दौरान पुलिस ने स्टूल और डलिया को अपना कवच बनाया था, जिसकी फोटो व वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो गया, जिस पर डीजीपी ने कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि दंगा रोधी उपकरण होने के बावजूद स्टूल, डलिया के इस्तेमाल से डीजीपी नाराज़ हैं.
वहीं उन्नाव एसपी आनंद कुलकर्णी ने सदर कोतवाली के इंस्पेक्टर दिनेश मिश्रा को सस्पेंड कर दिया है. इसके अलावा फोटो में स्टूल, डलिया लगाए दिखे दो सिपाही भी सस्पेंड हो गए हैं. इनमें कोतवाली का हेड कांस्टेबल विजय कुमार और पुलिस लाइन का कांस्टेबल रामाश्रय यादव का नाम शामिल है. उन्नाव एसपी ने एडिशनल एसपी शशिशेखर सिंह से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है.
वहीं आईजी लक्ष्मी सिंह ने एडिशनल एसपी, रायबरेली को पूरे मामले की जांच सौंपी है. सीओ सिटी उन्नाव कृपाशंकर सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया है, जबकि चौकी प्रभारी मगरवारा अखिलेश यादव को सस्पेंड किया गया है.
ये था पूरा मामला
गौरतलब है कि मंगलवार दोपहर सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव देवी खेड़ा निवासी राजेश और विनय बाइक से उन्नाव शहर आ रहे थे. इसी दौरान मगरवारा चौकी के करीब रॉन्ग साइड से आ रही एसयूवी कार ने बाइक सवार दोस्तों को टक्कर मार दी. हादसे में दोनों की मौत हो गई.
वहीं दोषियों को पकड़ने और पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे थे जो कि बुधवार को हिंसक हो गया. मृतकों के परिजनों ने ग्रामीणों के साथ उन्नाव-शुक्लागंज राजधानी मार्ग पर अकरमपुर में रास्ता जाम कर दिया था जिसे खुलवाने पहुंची पुलिस पर भी पथराव कर दिया गया था.
18 पुलिसकर्मी घायल, 35 हिरासत में…
उधर उपद्रव कर रहे लोगों से निपटने पुलिस बिना सुरक्षा संसाधनों के खाली हाथ पहुंच गई थी. सिर पर हेलमेट के बजाय स्टूल, हाथों में क्रेट और लकड़ी की टोकरी नज़र आने के बाद अधिकारी नाराज हो गए. तीन घंटे तक चले बवाल, पथराव और तोडफ़ोड़ में दारोगा समेत 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इस मामले में पुलिस ने 35 लोगों को हिरासत में लिया है.
ये भी पढ़ें..सिपाहियों को पसंद आ रहीं विभागीय दुल्हनियां…
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं…)