शादी से बीस दिन पहले ऐसे खुला भेद,महिला अधिकारी से दरोगा ने की धोखेबाज़ी
लखनऊ —उत्तर प्रदेश पुलिस के उपनिरीक्षक ने लखनऊ में तैनाती के दौरान प्रदेश सरकार में अधिकारी के पद पर तैनात युवती से दोस्ती कर अपने प्रेम जाल में फँसाया । सजातीय होने के कारण दोनों परिवारों को रिश्ते में कोई ऐतराज नहीं था ।
दो वर्ष तक रिलेशनशिप में रहने के बाद अक्टूबर 2017 में बरीक्षा व गोद भराई की रस्म अदा हो गई और कुछ दिनों बाद ही तिलक चढ़ गई जिसमें युवती के पिता ने अपनी सामर्थ्य के मुताविक दान – दहेज भी दिया लेकिन शादी से पहले पता चला कि सब इंस्पेक्टर 10 वर्षीय बेटी का पिता है और पहली पत्नी से जबरन तलाक लेकर उससे भी सम्बंध बनाए हुए है । जानकारी होने पर युवती ने आरोपी दरोगा के खिलाफ पीजीआई थाने में लिखित तहरीर दी है ।
पूर्व सैनिक व पीड़िता के पिता तेलीबाग के प्रभात नगर में अपने परिवार संग रहते हैं जिनकी बेटी उद्योग विभाग में शांखिकी अधिकारी के पद पर तैनात है । पीड़िता ने बताया कि लखनऊ में तैनाती के दौरान आरोपी दरोगा विनोद कुमार गिरी से मुलाकात हुई तो उसने खुद को अविवाहित व स्वजातीय बताया जिस कारण दोनों में नजदीकियां बढ़ती गई और स्वजातीय होने के कारण दोनों परिवारों ने शादी के लिए भी कोई ऐतराज नहीं किया । पीड़िता ने बताया कि दो वर्षों तक शोषण के बाद अक्टूबर 2017 में वरीक्षा व गोदभराई की रश्म और उसके बाद तिलक की भी रश्म अदा हो गई । बीती 28 फरवरी को दोनों का विवाह होना था कि इसी बीच दरोगा के विवाहित व 10 वर्ष की एक बेटी होने की जानकारी मिली ।
भोपाल कोर्ट से प्राप्त कागजात से खुली असलियत :
पीड़िता ने बताया कि भोपाल कोर्ट से कागजात निकलवाने पर पता चला कि आरोपी दरोगा पहली पत्नी से धमका कर जबरन तलाक ले चुका है जिससे 10 वर्ष की एक बेटी भी है । पीड़िता ने ज्ञात पते पर जब पूर्व पत्नी से सम्पर्क किया तो पता चला कि दरोगा तलाक के बाद भी धमकी देकर पूर्व पत्नी से सम्बन्ध बनाता है ।
पीजीआई पुलिस ने बताया कि आरोपी विनोद कुमार गिरी पुत्र रामबहादुर गिरी मूल रूप से गोरखपुर का निवासी है लेकिन उसके माता – पिता कानपुर में रहते हैं जबकि दरोगा विनोद कुमार गिरी इलाहाबाद के थाना मऊआइमा में तैनात है ।
(रिपोर्ट – अंशुमान दुबे , लखनऊ )