हिंदू धर्म में सभी माह में कार्तिक माह को सबसे सर्वश्रेष्ठ माह माना गया है। इस माह में तुलसी की पूजा, और सेवन करने का बहुत ज्यादा महत्व होता है। इस महीने में तुलसी का पूजा-पाठ करने से पुण्य का फल आसानी से मिलता है और जीवन में सुख शांति आती है। पुराणों में कार्तिक मास की महिमा का वर्णन करते हुए कहा गया है कि जिस तरह से सतयुग के समान कोई युग, गंगा के समान कोई तीर्थ और वेद के समान कोई शास्त्र नहीं है। उसी तरह कार्तिक मास के समान कोई माह नहीं होता। वहीं इस साल15 नवंबर, दिन सोमवार को देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह भी पड़ रहा है।
कार्तिक मास की धार्मिक मान्यता:
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक भगवान विष्णु चतुर्मास के आरंभ होने पर योग निद्रा में चले जाने से दुनिया का कार्यभार भगवान शिव के कंधे पर होता है। जबकि कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार माह के आराम के बाद जागते हैं। यही वजह है कि इस दिन को देवउठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। वहीं हिंदू धर्म में इस दिन से सभी शुभ और मांगलिक कार्य प्रारंभ किए जाते हैं।
तुलसी पूजा में इन बातों का रखें ख्याल:
धार्मिक मान्यता है कि इस दिन हर सुहागिन स्त्री को तुलसी विवाह जरूर करना चाहिए।
इस दिन सच्चे मन से पूजा-आराधना करने पर अंखड सौभाग्य और सुख-समृद्धि का प्राप्ति होती है।
इस दिन तुलसी चबूतरे पर तुलसी पौधे के साथ शालीग्राम को रखें और तिल चढ़ाएं।
इस दिन मां तुलसी को सुहाग का सामान और लाल चुनरी जरूर अर्पित करना चाहिए।
मां तुलसी की पूजा के बाद 11 बार परिक्रमा करें।
2021, तुलसी विवाह शुभ मुहूर्त :
15 नवंबर 2021 यानी कि सोमवार को इस साल तुलसी विवाह है। द्वादशी तिथि सोमवार, 15 नवंबर 2021 को सुबह 06 बजकर 39 मिनट से आरंभ होगी और मंगलवार, 16 नवंबर 2021 को सुबह 08 बजकर 01 मिनट पर समाप्त होगी।
ये भी पढ़ें.. 20 साल की युवती के साथ पांच लोगों ने किया गैंगरेप, पीड़िता की हालत गंभीर
ये भी पढ़ें.. ढ़ाबे पर थूक लगाकर रोटी बनाता था ये शख्श, वीडियो हुआ वायरल
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं…)