लखनऊ:आरक्षितों को दे दीं जनरल सीटें,विरोध में सामान्य वर्ग के हजारों शिक्षक सड़कों पर उतरे
लखनऊ– उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग की नीतियों से नाराज अभ्यर्थी लगातार किसी न किसी मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे हैं। लखनऊ में एससीईआरटी कार्यालय पर शिक्षक अभ्यर्थियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। 68500 शिक्षकों की भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी प्रक्रिया से नाराज होकर लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे हैं। आपको बता दें कि सभी प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी सामान्य श्रेणी के हैं।
बता दें कि आज से 68500 में से 41556 शिक्षक अभ्यर्थियों की कॉउंसलिंग शुरू होनी थी। सूची में 34660 अभ्यर्थियों का ही नाम था, जबकि 5696 जनरल अभ्यर्थियों का नाम सूची में नहीं था। इसके बाद नाराज़ अभ्यर्थियों पहले बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल के आवास का घेराव करने लिए पहुंचे, लेकिन इस दौरान अनुपमा जयसवाल घर पर नहीं थीं।
इसके बाद मंत्री से मुलाकात न होने पर नाराज़ अभ्यर्थी निशात गंज स्थित एससीईआरटी कार्यालय पहुंचकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब इन लोगों को नियुक्ति नहीं मिलेगी तब तक इन लोगों का पदर्शन जारी रहेगा।
दरअसल उत्तर प्रदेश के परिषद स्कूलों के लिए चल रही 68500 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। पर चयन प्रक्रिया में हुए बदलाव की वजह से एक बार फिर से विभाग की फजीहत शुरू हो गई है। इस भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 13 अगस्त को आया था। साथ ही इसमे 41556 अभ्यर्थियों को उतीर्ण घोषित किया गया था। परिषद ने नियुक्ति के लिए 21 अगस्त से 28 अगस्त के बीच ऑनलाइन आवेदन मंगाए थे।
68500 टीचर भर्ती: 5696 सफल अभ्यर्थी हुए प्रक्रिया से बाहर
इस भर्ती के आखिरी चरण में आरक्षण लागू हो जाने की वजह से 5696 सफल अभ्यर्थी जो कि सामान्य वर्ग के थे उन्हें बाहर होना पड़ा। इसी नाराजगी की वजह से अभ्यर्थियों ने राजधानी में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। असल मे चयन प्रक्रिया के दौरान आरक्षित वर्ग के उच्च मेरिट वाले अभ्यर्थियों को जनरल कैटेगरी की भी सीटें आवंटित की गई। जिसके बाद सामान्य श्रेणी के छात्रों को इस भर्ती से बाहर कर दिया गया। इसको लेकर इन अभ्यर्थियों में काफी नाराजगी है।