राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर निदेशक, आइएएस हीरा लाल को रजत की बूंदें राष्ट्रीय जल पुरस्कार देने की घोषणा हुई है। नीर फाउंडेशन द्वारा दिया जाने वाना यह पुरस्कार जल एवं पर्यावरण के क्षेत्र में खास योगदान के लिए प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।
यह भी पढ़ें-राजस्थान की राजनीति में अब ‘ऑडियो’ से मचा बवाल,हिरासत में लिए गए संजय जैन
हीरा लाल को यह पुरस्कार बांदा का जिला अधिकारी रहते हुए पारंपरिक जलश्रोतों के उन्नयन एवं पानी के प्रति जनजागरूकता फैलाने के लिए दिया जा रहा है। श्री हीरा लाल को यह पुरस्कार 26 जुलाई को दिया जाएगा। श्री हीरा लाल के अलावा पर्यावरण, प्रदूषण एवं जल संकट जैसी समस्याओं के समाधान की दिशा में उल्लेखनीय योगदान के लिए श्री अतुल पटेरिया (दैनिक जागरण, नई दिल्ली), सुश्री नीलम दीक्षित (महाराष्ट्र), संत बलबीर सिंह सींचेवाल (पंजाब), शिव पूजन अवस्थी (मध्य प्रदेश), विनोद कुमार मेलाना (राजस्थान) एवं श्री उमा शंकर पाण्डेय (उत्तर प्रदेश) को भी दिया जा रहा है।
जालौन में फूटा कोरोना बम, 3 तहसील कर्मचारी सहित 15 की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
श्री हीरा लाल ने पुरस्कार के ऐलान के बाद कहा कि जिस प्रकार से वर्ष प्रतिवर्ष जल संकट गहराता जा रहा है, सतही व भू-जल प्रदूषित हो रहा है तथा छोटी व बरसाती नदियां प्रदूषित का शिकार हो चुकी हैं तथा मरणासन्न हैं। यह भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है। जल को संरक्षित करने, प्राकृतिक जल संरचनाओं को संवारने, प्रदूषण की समस्या से निजात दिलाने तथा नदियों को पुनर्जीवित करने के प्रयासों को और भी गतिशील बनाए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने इस दिशा में सराहनीय काम किए हैं जिनमें से बुंदेलखंड के हर घर में नल से जल जैसी योजना प्रमुख है। सरकार के इन प्रयासों में जन भागीदारी बढ़ाए जाने की प्रबल जरूरत है।