टोल पर हुई किसान की मौत में आया नया मोड़
मेरठ — जिले के टोल प्लाजा पर किसान सोनवीर की मौत में नया मोड़ आ गया है। किसान सोहनवीर के परिजनों ने आरोप लगाया कि सोनवीर की मौत दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या है और इस हत्या को अंजाम टोल प्लाजा पर मौजूद मुख्य प्रबंधक, मैनेजर राजीव और वहां मौजूद बाउंसरों ने दिया है।
मृतक सोनवीर के भाई रविंद्र का कहना है कि सोनवीर और रविंद्र गन्ने से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर जब टोल पर पहुंचे तो जनरल लेन में लंबी कतार होने के कारण वह अपनी ट्रॉली फास्ट टैग लेन से निकालने लगे इसी बात को लेकर टोल कर्मियों से उनकी कहासुनी हो गई तो वहां मौजूद टोल के मुख्य प्रबंधक और प्रबंधक राजीव ने टोल पर तैनात बाउंसरों से उनके ऊपर हमला करवा दिया। जिसके बाद रविंद्र अपनी जान बचाकर भागने लगे लेकिन सोनवीर उर्फ सोनू को बाउंसरों ने पकड़ कर जमकर पिटाई की और सोनवीर की मौके पर ही मौत हो गई।
जिसके बाद इस घटना को टोल कर्मियों द्वारा दुर्घटना में बदलने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली को मौके से हटाकर एक खंबे के पास खड़ा कर दिया गया जिससे यह दर्शाया गया कि ट्रैक्टर ट्रॉली की खंभे से टक्कर लगने के बाद किसान सोनवीर की दुर्घटना में मौत हो गई। इतना ही नहीं टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरे से घटना के वक्त की सीसीटीवी फुटेज तक डिलीट कर दी गई जिससे यह जाहिर होता है कि टोल पर वास्तव में कुछ तो हुआ है जिससे बचने के लिए टोल प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज तक डिलीट कर दी है।
सोनवीर के परिजनों ने मामले की शिकायत भी पुलिस में दर्ज कराई है जिसमें टोल के मुख्य प्रबंधक और प्रबंधक राजीव सहित 5-6 अज्ञात लोगों के नाम पर थाने में तहरीर भी दी गई। लेकिन पुलिस ने दो टोल कर्मियों को गिरफ्तार करके मामले की इतिश्री कर दी है। अब मृतक सोहनवीर के परिजन योगी सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उनको सोनवीर के हत्यारों को सजा दिलवाकर उनको इंसाफ दिया जाए हालांकि सोनवीर के परिजनों का कहना है कि वह इस मामले को लेकर लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में भी जाएंगे और उनसे इंसाफ की गुहार लगाएंगे।
(रिपोर्ट-सागर कुशवाहा,मेरठ)