प्रशासन ने नहीं सुनी तो आवारा कुत्तों के खिलाफ ग्रामीणों ने ही खोल दिया मोर्चा
फर्रुखाबाद–प्रदेश में बढ़ती गर्मी के चलते आवारा कुत्ते पागल हो रहे है।दूसरी तरफ शहर के नजदीक गांवों के पास मरे हुए जानवरो के स्थान बना दिये गए है जिनका ठेका जिला प्रसाशन द्वारा किया जाता है।
लेकिन ठेके की जो गाइडलाइन होती है उसके विपरीत काम किया जा रहा है जिस कारण आस पास के गांवों के कुत्ते जानवरो का मांस खाने वहां पहुंचते हैं।वही हाल बाग लकूला के पास का है ; जहां पर दर्जनों कुत्ते एक साथ झुंड के रूप देंखे जा सकते है। यह कुत्ते पास के मार्ग से गुजरने वालो को काटने को दौड़ते है।जो उनकी पकड़ में आ गया उसको काट भी लेते है।गांव वालों ने मिलकर उन कुत्तो को कई वार वहां से भगाया लेकिन कुत्ते फिर वही आकर बैठ जाते है। जिला प्रसाशन से कई बार लोग मांग कर चुके की यहां पर मरे हुए जानवरो को न डाला जाए लेकिन कोई कार्यवाही नही की गई है।यदि किसी दिन मांस खाने बाले कुत्तो को मांस न मिला तो यह किसी को भी अपना शिकार बना सकते है।इन कुत्तो से आस पास के खेतों की फसल भी खराब हो रही है।
ब्लाक शमशाबाद के कई गांवों में आवारा कुत्तो ने आतंक मचा रखा है।इस क्षेत्र में एक महीने में लगभग दो दर्जन से अधिक लोगो को कुत्ते का शिकार होना पड़ा है।क्षेत्र के कुछ लोगो ने आवारा पागल कुत्तो को मारने की योजना बना ली है। उसके तहत अभी तक चार आवारा कुत्तों को मारा भी गया है।फिर भी लोगों ने गांव गांव सूचना फैला दी है कि जिस गांव में पागल कुत्ता दिखाई दे उसको वही मार दिया जाए।
थाना जहानगंज क्षेत्र के गांव रतनपुर में पिछले दिनों पागल कुत्ते के काटने से प्रिया नाम की बच्ची की मौत हो चुकी है।इस गांव में पागल कुत्ते इंसानों को छोड़कर जानवरो को अपना शिकार बनाने लगे है।कई लोगो के जानवरों को कुत्ते से अपना शिकार बनाया है।
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद )