पिता के शव पर बिलख रहे बच्चे की सच्चाई आयी सामने, रोकी गयी मुआवज़े की रकम
न्यूज डेस्क–आजकल सोशल मीडिया पर एक दुखभरी फोटो वायरल हो रही है। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे एक बेटा अपने बाप के शव को देख कर रो रहा है। रोते बच्चे वाली इस तस्वीर को देख कई लोग बेहद भावुक हो गए और पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे बढ़े।
ट्विटर के जरिए इस परिवार के लिए करीब 50 लाख रुपयों का फंड इकट्ठा कर लिया गया और अब केस में नया मोड़ आ गया है। पता चला है कि वह बच्चा मरने वाले शख्स का नहीं है, बल्कि उसका मौसेरा भाई है। मृतक अनिल के माता-पिता ने बताया कि उनका बेटा शादीशुदा नहीं था और वायरल तस्वीर में दिख रहा बच्चा उसका मौसेरा भाई है। मामले में अचानक आए इस ट्विस्ट के कारण दिल्ली सरकार ने मुआवज़े की पेमेंट को फिलहाल रोक दिया है।
मृतक का नाम अनिल था और सीवर की सफाई करने की कोशिश के दौरान उसकी मौत हो गई थी। मौत के बाद शव के पास बच्चे को रोता देख सोशल मीडिया यूजर्स भावुक होकर पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे आए। फंड इकट्ठा करने के लिए अभियान चलाया गया। उदय फाउंडेशन नाम के एनजीओ के साथ मिलकर कीटो वेवसाइट ने कैंपेन चलाकर करीब 50 लाख रुपये जुटाए लेकिन मामले में अचानक आए इस मोड़ के कारण दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है।
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गुरुवार को मृतक अनिल के माता-पिता दीनदयाल और सरोज सामाजिक कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम से उनके आवास पर मिले। उन्होंने बताया कि जिस महिला को अनिल की पत्नी बताया जा रहा है वह असल में उनकी मौसी रानी हैं। गौतम ने बताया, ‘अनिल की मां ने अपने साथ उनकी बहन रानी की तस्वीर भी दिखाई। अनिल के माता-पिता झांसी के रहने वाले हैं लेकिन कुछ समय से गाजियाबाद के लोनी इलाके में रह रहे हैं।’