वैलेंटाइन स्पेशल:कुछ ऐसी हैं चंबल के बीहड़ों में बंदूक वाली हसीनाओं के प्यार की कहानियां !
औरैया–चंबल के बीहडों की अगर कभी बात होती है तो हमारे जहन में सिर्फ खूंखार डाकुओं की तस्वीर आने लगती है लेकिन इन खूंखार डकैतों की भी ऐसी कहानियां है जो लैला-मंजनू और हीर-रांझा की कहानियों से मिलती जुलती है।
चंबल के डकैतों की प्रेमिकाओं का इतिहास डाकू सुल्ताना की प्रेमिका डाकू पुतलीबाई से शुरू होता है,परन्तु हम यदि आधुनिक दौर की बात करे तो मलखान, माधो सिंह के अलावा शायद ही कोई डाकू हो जिसकी कोई प्रेमिका न हो, जिन्होंने डकैत प्रेमियों के साथ न केवल गिरोह का नेतृत्व किया बल्कि खून की होली खेलने में भी परहेज नहीं किया।
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कौन नहीं जानता ‘फूलन देवी’ को :
जालौन की फूलन का अपहरण दस्यु सरगना लालाराम ने कर उसके साथ सामूहिक बलात्कार और निर्वस्त्र कर घुमाया। जब इस घटना की जानकारी सजातीय डाकू विक्रम मल्लाह को हुई तो उसने फूलन को सहारा दिया। फूलन को भी विक्रम के नजदीक आने में देर ना लगी।
..जब कुसुमा नाइन बनी रखैल से प्रेमिका :
दस्यु फक्कड़ के साथ जेल की हवा खा रही दस्यु सुन्दरी कुसुमा नाइन की प्रेम कहानी की बात करे तो वह पहले दस्यु लालाराम की प्रेमिका हुआ करती थी, परन्तु उस समय के बीहड़ के सम्राट फक्कड़ ने कुसुमा को जबरन अपनी रखैल बना लिया और बाद में हमेशा के लिए कुसुमा फक्कड़ की हो ली।
सीमा परिहार व निर्भय गुर्जर पर तो फिल्म ही बन गयी :
चर्चित फिल्म वुंडेड की अभिनेत्री और कई डकैतों के साथ अपनी मजेदार प्रेम कहानी के लिए मशहूर जमानत पर रिहा दस्यु सुंदरी सीमा परिहार की चर्चा करे तो उसके साथ दो दस्यु सरदारों के नाम आते है। उसका अपहरण करने वाला डकैत निर्भय गुर्जर उसका पहला प्रेमी बना। निर्भय के साथ सीमा की ज्यादा दिन नहीं बनी तो सीमा अपने सजातीय डाकू सरदार लालाराम की गैंग में शामिल हो गयी।
इसी तरह एक बार फिर निर्भय ने अपनी आधी उम्र की छरहरी नीलम गुप्ता को अपनी प्रेमिका बनाकर उससे शादी कर ली और अपने दत्तक पुत्र दस्यु श्याम जाटव के साथ नाबालिग और अप्रहत सरला जाटव की धूमधाम के साथ बीहड़ में सात फेरे करवा दिए परन्तु मनचली नीलम अपने हम उम्र श्याम जाटव के साथ निर्भय का साथ छोड़कर चली गयी जिससे निर्भय बहुत आहत हुआ।
रेनू और चंदन यादव की प्रेम कहानी :
मुठभेड़ में मारे गए दस्यु चन्दन यादव की प्रेमिका रेनू यादव की चर्चा इस इलाके में खूब रही। रेनू यादव और चंदन यादव की प्रेम कहानी तो इतनी चर्चा का विषय रही कि शायद ही कोई प्रेमिका अपने प्रेमी के लिए बीहड़ का रास्ता चुनेंगी।
मारी गयी दस्यु सुन्दरियों की बात करे तो लवली पाण्डेय ने अपने समय के खूंखार दस्यु सरगना रज्जन गुर्जर का दामन थामा। इसी प्रकार रन्नो चौरसिया ने दस्यु देवकुमार की बाहों में सुकून पाया। इस समय ज्यादातर दस्यु सुन्दरिया जेल के सिंगचो के पीछे है। कुछ मुठभेड़ में अपने दस्यु प्रेमियो के साथ मारी गयी। केवल पूर्व दस्यु सुंदरी सीमा परिहार और रेनू यादव ही जेल से बाहर हैं।
डाकुओं का इतिहास चम्बल की घाटी से जुड़ा हुआ है और डकैतों की प्रेमिकायें भी सुर्खियों में भी बनी रही। बीतते समय के साथ कई नामी डकैत मारे गये। जिनके साथ उनकी प्रेमिकाओं को भी मौत मिली, लेकिन जो बची वह देश की संसद से बॉलीवुड तक सुर्खिया बटोरती रही।
(रिपोर्ट-दीपू गुप्ता , औरैया )