वर वधू को पौधा भेंट कर पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाती यह छात्रा
औरैया — अग्नि, वायु, जल, आकाश, पृथ्वी, सूर्य, चंद्रमा, औषधि एवं वनस्पति आदि सब देवता हैं। इस सभी देवताओं के साथ हमें भावनात्मक संबंध में रखना चाहिए। कुछ इसी सोच के अनरुप पेड़ पौधों के साथ भावनात्मक जुड़ाव रखने वाली 10वीं की छात्रा नेहा कुशवाहा अब दूसरों को भी जागरुक करने में जुटी है।
शादी समारोहों में पहुंचकर नेहा वर वधू और अतिथियों को पौधे भेंट कर पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को आगे बढ़ा रहीं है।तीन वर्ष पूर्व 2015 में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला समन्वयक व परिषदीय शिक्षक मनीष कुमार के मार्गदर्शन में पूर्वजों की याद में पौधारोपण के नाम से मुहिम शुरु की थी। पर अब ये मुहिम एक अभियान बन गया है। जिसके अंतर्गत अब वह शादी-विवाह, कथा भागवत, जन्म, जन्मदिन आदि अवसरों पर लोगों को पौधारोपण के लिए जागरुक करती हैं। उसका कहना है कि पेड़ ही सांसे हैं पेड़ हैं तो हम हैं अन्यथा हमारा अस्तित्व खत्म हो जाएगा।
तभी उसे यदि किसी अवसर पर आमंत्रित किया जाता है तो वह अपने एक पौधे के साथ पहुंच जाती है और इसी क्रम में उसने दिबियापुर स्थित पीताम्बरा गेस्ट हाउस में विझाई के मूलचंद्र कुशवाहा के सुपुत्र अनूप व अरियारी के लाखन सिंह कुशवाहा की सुपुत्री पूजा के आयोजित शादी समारोह में नेहा कुशवाहा ने वर वधू को एक पौधा भेंट किया। और उन्हें पेड़ बनने तक उसकी देखभाल करने की शपथ दिलायी। अभी गत वर्ष अपनी बुआ आरती कुशवाहा की भी शादी में उसने मनीष के साथ मिलकर वरवधू समेत सभी 200 बारातियों को एक एक पौधा भेंट किया था।
कम उम्र में ही पौधों से भावनात्मक संबंध में रखने वाली नेहा कुशवाहा अपने शिक्षक मनीष के साथ मिलकर अबतक 1664 पौधों का दान कर उन्हें रोपित करवा चुकी हैं। इस अवसर पर नागरिक उड्डयन विभाग मुबंई में उपनिदेशक शिवराज सिंह ने नेहा कुशवाहा के कार्य की जमकर तारीफ की और उपस्थित वर वधु पक्ष को छोटी बच्ची से सीख लेकर पर्यावरण के प्रति हर व्यक्ति को अपने दायित्व को निर्वाहन करने की सलाह दी।
(रिपोर्ट-वरुण गुप्ता,औरैया)