जुआरियों का जमावड़ा देख दबिश देने पहुंची पुलिस तो युवक ने लगाई छलांग, डूबकर मौत
बाराबंकी– जिले के सफदरगंज थाना क्षेत्र के गांव में पुलिस पर जुआ खेल रहे युवक को नदी में कूदने के लिए उकसाने का आरोप लगा है। नदी में छलांग लगाए युवक को तैरना नही आता था। जिसके कारण डूबकर उसकी मौत हो गई है।
परिवारीजन की तहरीर पर पुलिस अधीक्षक ने सफदरगंज थाने के दबिश डालने गए सभी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। मामला सफदरगंज थाना क्षेत्र के मुश्कीनगर स्थित जंगल का है। जानकारी के मुताबिक पिछले तीन-चार दिनों से यहां जुआरियों का जमावड़ा लगा हुआ था।
सीओ सदर ने बताया कि सूचना पर दो सिपाही शैलेंद्र और राजेश वहां दबिश देने गए थे। जिसमें उन्होने अतीन, वासदेव, अब्दुल वदूद व मनोज नाम के जुआरियों को पकड़ था। जबकि दीपेंद्र गुप्ता नाम के युवक ने पुलिस के डर से पास की नदी में छलांग लगा दी।
लेकिन तैराकी नही आने की वजह से उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों के कहने पर पुलिस ने शुक्रवार करीब तीन किमी. दूर कल्याणी नदी में तलाश की तो उसका शव झाड़ियों में फंसा मिला। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस चाहती तो मेरे भाई की जान बच सकती थी
वहीं मृतक के भाई का आरोप है कि पकड़े गए चारों जुआरियों को पुलिस ने छोड़ दिया है जबकि मेरे भाई को नदी में कूदवा दिया। इतना ही नही नदी में कूदने के बाद वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उसे बचाने का भी प्रयास नही किया। जिससे नदी में डूबकर उसकी मौत हो गई। इन सिपाहियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
एसपी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
सीओ सदर राजेश यादव का कहना है कि परिवारीजन की ओर से जो तहरीर मिली है, उसमें सफदरगंज की पुलिस टीम को आरोपी बनाया है। जिस पर एसपी के निर्देश पर जो पुलिस कर्मी गए थे सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।