चार राज्यों में ज्ञान का उजाला फैला रहा औरैया मॉडल
औरैया — उत्तर प्रदेश के औरैया का शिक्षा मॉडल लगातार आगे बढ़ रहा है। अब इस मॉडल के जरिये चार राज्यों के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शिक्षा दी जा रही है। गणित व विज्ञान विषय को क्रिया विधि और आडियो विजुअल के माध्यम से पढ़ाया जाता है। इसका उद्देश्य बच्चों में गणित व विज्ञान के प्रति रुचि लाना है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय आविष्कार अभियान को तीन वर्ष पूर्व जिले के तीस पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में लागू किया गया था। इन विद्यालयों के दो-दो शिक्षकों को आइआइटी कानपुर में प्रोजेक्ट अवंत के तहत यूनीशेड (यूनिट आफ साइंस एजूकेशन डेवलपमेंट, जो कानपुर आइआइटी की एल्युमिनाई यूनिट है) के लोगों ने प्रशिक्षण दिया था।
चयनित स्कूलों में बच्चों को क्रिया विधि और आडियो-विजुअल के माध्यम से शिक्षा देने के लिए गणित व विज्ञान की लर्निग रिसोर्स किट के साथ सोलर पैनल व प्रोजेक्टर आदि दिए गए थे।इसके माध्यम से इन विद्यालयों में पढ़ाई शुरू हुई थी। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में गुणात्मक सुधार आया। बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ गई। अगले ही सत्र में इन विद्यालयों में कान्वेंट स्कूल के बच्चों ने दाखिला लेना शुरू कर दिया था। इसकी चर्चा तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में की थी। इसके बाद ये कार्यक्रम जिले के 90 पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में लागू कर दिया गया था। इसमें गेल (गैस अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड) ने आर्थिक सहयोग किया।
संसद में इस मॉडल की सफलता की चर्चा के बाद पुडुचेरी की राज्य परियोजना टीम ने विद्यालयों में पहुंच कर हकीकत को परखा था। इसके बाद पिछले वर्ष ही टीम ने इस मॉडल को पुडुचेरी में लागू करा दिया था। इसके बाद औरैया के इस शिक्षा मॉडल को उत्तराखंड और नागालैंड में लागू कर दिया गया। पिछले दिनों जम्मू में भी इसे लागू करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। इसकी सारी कार्यवाही पूरी हो चुकी है।
(रिपोर्ट -वरुण गुप्ता,औरैया)