शिक्षा का मंदिर बना मधुशाला,शराब के नशे में मिले प्रिंसिपल साहब
मामला वजीरगंज ब्लॉक के पलाई गांव के प्राथमिक विद्यालय का है। यह तैनात प्रधानाध्यापक धीरज शर्मा स्कूल में ही शराब पी रहे थे इसी दौरान ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया
बदायूं — यह तस्वीर किसी मधुशाला की नहीं बल्कि शिक्षा के मंदिर की है यहां एक प्रधानाध्यापक ने स्कूल को ही मधुशाला बना डाला। दरअसल मामला वजीरगंज ब्लॉक के पलाई गांव के प्राथमिक विद्यालय का है। यह तैनात प्रधानाध्यापक धीरज शर्मा स्कूल में ही शराब पी रहे थे इसी दौरान ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया और जमकर हंगामा किया हंगामे की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची दिल्ली पुलिस प्रधानाध्यापक धीरज को अपने साथ थाने ले गई।
यूं तो सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपए बर्बाद कर रही है लेकिन वहां ऐसे शराबी और लापरवाह अध्यापक सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं। जब स्कूल में शराब पीने के मामले में प्रधानाध्यापक से बात की गई तो उनका कहना था कि बस डिप्रेशन में रहते हैं इस वजह से शराब पीते हैं सवाल ये उठता है अगर डिप्रेशन में है तो फिर नौकरी कैसे कर रहे हैं और स्कूल को मधुशाला क्यों मना रहे हैं ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी ऐसे लापरवाह टीचर के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे।
वहीं इस मामले में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि एक टीचर द्वारा स्कूल में शराब पीने का मामला संज्ञान में आया है बीएसए को टीचर के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं साथ ही अशोक बजे को आदेश दिया गया है कि टीचर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसका मेडिकल परीक्षण कराया जाए और सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने बजीरगंज थाने में फ़ोन कर उस टीचर के खिलाफ FIR दर्ज के लिए आदेश दिए है।
उधर मामले में टीचर की लापरवाही को दबाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं।
जब एनपीआरसी अशोक कुमार से मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया और कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।वही स्कूल के छात्रों का कहना है की उनके टीचर लगातार स्कूल में शराब पीते थे और उनसे पानी भी मगाते थे।
(रिपोर्ट-राहुल सक्सेना, बदायूं)