प्रेम की अनोखी मिसाल: इंजीनियरिंग छोड़ बन गए नेचर क्लब के योद्धा
जिस तीव्र गति से पर्यावरण की दुर्दशा हुई है, मौजूदा समय यह हमारे लिए एक अलार्म की तरह है। मनुष्य ने अपनी उदरपूर्ति, इच्छापूर्ति और स्वाद के लिए पेड़-पौधों, वनस्पतियों व जीवों का जीवन संकट में डाल दिया है।