राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सरकार के 2 साल पूरे होने पर अपने सभी मंत्रियों को जिलों में सरकार की उपलब्धियां जनता तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी है.
राजस्थान में सियासी भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. भले ही अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहा विवाद थम गया हो लेकिन शुक्रवार यानी कल से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र को लेकर एक बार
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के भीतर शुरू हुआ दंगल अब लगभग खत्म हो गया है. करीब एक महीने की बगावत के बाद सचिन पायलट की कांग्रेस में घर वापसी तय हो गई है. अपनी बगावत को पद और प्रतिष्ठा की बात कहने
राजस्थान में राजनीतिक संकट गहरता ही जा रहा है. सचिन पायलट की चुनौती गहलोत के लिए अभी भी पहेली बनी हुई है. अशोक गहलोत अपने 45 साल के राजनीतिक करियर में इस वक्त की सबसे बड़ी सियासी परीक्षा से गुजर रहे हैं.