गांव पहुंचते ही नतमस्तक हुए ‘महामहिम’, मिट्टी को लगाया सर माथे…
राष्ट्रपति (President) ने कहा, 'मैंने सपने में भी कभी कल्पना नहीं की थी कि गांव के मेरे जैसे एक सामान्य बालक को देश के सर्वोच्च पद के दायित्व-निर्वहन का सौभाग्य मिलेगा। लेकिन हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ने यह कर के दिखा दिया।