छात्रा ने तोडा 106 साल का इतिहास…
लखनऊ– केजीएमयू की डॉ. अपराजिता को इस साल होने वाले दीक्षांत समारोह में 16 मेडल और 3 अवॉर्ड मिलेंगे। इनमें केजीएमयू के तीन सर्वोच्च मेडल भी शामिल हैं। 106 साल के इतिहास में यह तीनों मेडल किसी एक ही स्टूडेंट को नहीं मिले। 23 दिसंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह में डॉ़ अपराजिता को चांसलर, हीवेट और यूनिवर्सिटी ऑनर समेत 14 गोल्ड, दो सिल्वर मेडल व तीन अन्य अवॉर्ड मिलेंगे।
यह पहला मौका है जब चांसलर, हीवेट और यूनिवर्सिटी ऑनर मेडल किसी एक ही स्टूडेंट को मिलेंगे। सोमवार को दीक्षांत समारोह में दिए जाने वाले जाने वाले मेडल्स और टॉपर की सूची फाइनल की गई। केजीएमयू में 23 दिसंबर को दीक्षांत समारोह और 24 दिसंबर को स्थापना दिवस मनाया जाएगा। इसमें 100 से ज्यादा मेधावियों को पुरस्कार और लगभग 30 मेडल दिए जाएंगे।
हीवेट मेडल एमबीबीएस के फाइनल इयर टॉपर को दिया जाता है। चांसलर और यूनिवर्सिटी ऑनर मेडल एमबीबीएस के पांचों वर्षों में टॉप करने वाले स्टूडेंट को दिया जाता है। इंदिरानगर में रहने वाली डॉ.अपराजिता चतुर्वेदी ने एमबीबीएस के पांचों वर्षों में टॉप किया है। उन्होंने साल 2016 में एमबीबीएस पूरा किया।
डॉ. अपराजिता के पिता अजीत चतुर्वेदी आकाशवाणी में काम करते हैं, जबकि मां किरन गृहिणी हैं। अजीत चतुर्वेदी ने बेटी की इस उपलब्धि को पूरे परिवार के लिए सम्मान बताया। अपराजिता ने इंदिरानगर के आरएलबी स्कूल से 2012 में इंटर पास किया था। किसी कोचिंग की मदद लिए बिना उन्होंने उसी साल सीपीएमटी क्वॉलिफाई किया। लड़कियों में उसकी 15 वीं रैंक आई थी।