बहराइच में मूर्ति विसर्जन यात्रा के दौरान जमकर पथराव व तोड़फोड़
बहराइच– जिले के बौंडी थाना क्षेत्र के खैरा इलाके में कल दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान दूसरे वर्ग के लोगों की ओर से किये गये पथराव व तोड़फोड़ के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गयी थी। उपद्रव से गुस्साये लोगों ने प्रतिमाओं का विसर्जन रोक दिया था।
जिसके बाद मौके पर पहुंची जिलाधिकारी की ओर से लोगों को उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद भोर में प्रतिमा का विसर्जन किया गया। इस मामले में बौंडी थाने में 119 नामजद समेत 400 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ तोड़फोड़, मारपीट समेत कई अन्य धाराओं में मुक़दमा दर्ज कर उपद्रवियों की तलाश की जा रही है।
शनिवार को जिले में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा था। बौंडी थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बमियारी गांव की दुर्गा प्रतिमा विसर्जन भिलौरा बासू के लिए रवाना हुई। विसर्जन जुलूस अमवा तेतारपुर चौराहे पर पहुंचा। इसी दौरान अराजक तत्वों ने महिलाओं से अश्लील हरकत की। इसका विरोध महिलाओं ने किया। इससे समुदाय विशेष के लोग नाराज हो गए।
सभी लाठी-डंडों से हमला करने लगे। जिससे भगदड़ मच गई। जबकि बैरिया गांव की दुर्गा प्रतिमा खैरा बाजार पहुंची। आरोप है कि विशेष समुदाय के एक धार्मिक स्थल पर कुछ लोगों ने अबीर डाल दिया। इससे समुदाय विशेष के लोग नाराज हो गए।
सभी ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव में आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। जबकि चार से पांच लोग चोटहिल हुए थे। पुलिस ने दोनों मामलों में कार्रवाई करते हुए 119 लोगों के विरुद्ध नामजद तथा 450 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज उनकी तलाश की जा रही है।
प्रभारी निरीक्षक सूरज प्रसाद ने बताया कि खैरीघाट, बौंडी, कैसरगंज, फखरपुर समेत पांच थानों की पुलिस खैरा बाजार में कैंप कर रही है। उधर बाजार में अघोषित कर्फ्यू का माहौल है। लोगों की दुकानें बंद हैं। बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रवींद्र कुमार सिंह तथा सीडीओ राहुल पांडेय ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। एसडीएम कंचनराम, तहसीलदार राजेश कुमार, सीओ सिद्धार्थ तोमर की अगुवाई में पुलिसकर्मी गश्त कर रहे हैं।
समिति अध्यक्ष की तहरीर पर दर्ज हुआ केस
प्रभारी निरीक्षक बौंडी सूरज प्रसाद ने बताया कि अमवा तेतारपुर गांव में हुए विवाद में बमियारी प्रधान प्रतिनिधि व दुर्गा पूजा समिति अध्यक्ष रमाकांत पाठक की तहरीर पर ३९ नामजद व 150 के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है। इनमें नसीम, खालिद, जमील, इस्माइल, मंहगू, जमील, छंगा, ननकऊ, इस्माइल पुत्र कोयला, सेहरे आलम, इस्लाम, हन्नू, सुनतिल, ननकऊ, साकिर, जाबिर, छब्बन, अयूब, बाबू, अतीक, नान्हूं, हसन अली, दूजी आदि शामिल हैं। जबकि खैरा बाजार में मूर्ति विसर्जन को लेकर विवाद में दुर्गा पूजा समिति बैरिया के अध्यक्ष आशीष कुमार की तहरीर पर 80 नामजद तथा 300 अज्ञात लोगों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है। इनमें रसीद, लड्डन, शकील, रफीक, शमशुल बारी, गुलजार, इरशाद, असलम कुरैशी, मुनीर, अताउल्ला, रफीक कुरैशी, रहीश कुरैशी, इकबाल कुरैशी, नफीस उर्फ चांदबाबू, सानू, शीबू, असलम कुरैशी, इदरीश, सिराज, सगीर, पहलवान, मोहम्मद उमर, सोनू, सलमान, जुनैद, जावेद, छोटकऊ कुरैशी, रियाज, चांदबाबू, समीर, कल्लू, सोनू कुरैशी, खुर्शीद सिद्दीकी, नियाज, मन्ना मनिहार, मुन्ना सब्जी वाले, रियाज, यूनुस, डॉ. कफील आदि शामिल हैं।
जिस मकान में पुलिस ने लिया शरण, उसी पर हुआ हमला
मूर्ति विसर्जन के दौरान बौंडी थाने की ओर से दो सिपाहियों को लगाया गया था। विवाद के समय खैरा बाजार निवासी जगदीश बाबा के मकान में दोनों पुलिसकर्मी छिप गए। इसकी भनक लगते ही अराजक तत्वों ने जगदीश के घर पर हमला बोल दिया। ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया।
सुबह तीन बजे हुआ मूर्तियों का विसर्जन, मार्ग पर लगा जाम
खैरा बाजार तथा अमवा तेतारपुर गांव में विवाद के बाद मूर्तियों का विसर्जन रोक दिया गया। इसकी जानकारी होने पर जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव मौके पर पहुंची। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस पर सुबह तीन बजे मूर्तियों का विसर्जन किया गया। वहीं मूर्तियों का विसर्जन रोकने से सीतापुर-बहराइच मार्ग पर जाम लग गया। विसर्जन के बाद पुलिस ने जाम हटवाया। तब आवागमन बहाल हो सका।