मनाव तस्करी के लिए जा रहे 13 युवक-युवतियां को एसएसबी ने कराया मुक्त 

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बहराइच — बेहतर नौकरी का झांसा देकर नेपाल के विभिन्न जिलों के 13 युवक-युवतियों को शुक्रवार देर शाम को बस के द्वारा दिल्ली के रास्ते खाड़ी देश ले जाने की तैयारी थी। बस जब भारतीय सीमा में पहुंची तो एसएसबी की जांच में मामले का खुलासा हुआ।

इस पर सभी को हिरासत में लेने के बाद उन्हें नेपाल पुलिस और माइती संस्था के सुपुर्द कर दिया गया है। एक मानव तस्कर को भी पकड़ा गया है। उसे भी नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।नेपाल से भारत के रास्ते खाड़ी देशों को मानव तस्करी का धंधा तेज हुआ है।

शुक्रवार देर शाम 6:30बजे काठमांडू से दिल्ली जा रही एक बस भारतीय सीमा में पहुंची। एसएसबी के इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने बस को रुकवाकर तलाशी शुरू करवाई तो बस में सात युवक और छह युवतियां संदिग्ध हालतमें दिखे। पूछताछ के दौरान उन सभी ने अलग-अलग बयान दिया। यह भी पता चला कि काठमांडू निवासी अशोक लांबा नाम का व्यक्ति युवक और युवतियों को खाड़ी देशों में नौकरी दिलाने के बहाने दिल्ली ले जा रहा है। वहां से वह कुवैत ले जाएगा।

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पुष्टि के बाद एसएसबी ने बस के अंदर से ही अशोक को भी दबोच लिया। पकड़े गए युवक और युवतियां नेपाल के सूरखेत, बांके, बर्दिया, जुमलिंग आदि जिलों के निवासी हैं। एसएसबी के इंस्पेक्टर ने बताया कि बस को कब्जे में ले लिया गया है। पूछताछ की जा रही है।

नेपाल केजमुनहा प्रहरी कार्यालय प्रभारी कपींद्र कठैत को सूचना दी गई है। वह भी टीम के साथ मौके पर पहुंचे हैं। पूछताछ के बाद युवकों को मानव तस्कर समेत जमुनहा प्रहरी कार्यालय को सौंप दिया गया है। जबकि पकड़ी गई नेपाली युवतियों को नेपाल की संस्था माइती के सुपुर्द किया गया है।

रिपोर्ट-अमरेंद्र पाठक

 

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