मासूमों की पुकारः ग्रामीणों की नहीं तो हमारी तो सुनो डीएम साहब

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सोनभद्र — सूबे की योगी सरकार सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रेरणा एप व बायोमेट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था करने जा रही है। लेकिन स्कूलों तक पहुच सुगम बनाने की तरफ सरकार का ध्यान नही जा रहा है। देश के अति 115 पिछड़े जिले में शामिल अति नक्सल प्रभावित सोनभद्र जिले में सड़कों की हालत खस्ताहाल है।

दरअसल मामला सदर विकास खण्ड के बेलछ – रुदौली मार्ग का है , जहां प्राथमिक विद्यालय रुदौली के बच्चे स्कूल जाने के दौरान आये दिन चोटिल होते रहते है।वहीं इस विद्यालय बच्चो ने गुरुवार को खस्ताहाल सड़क को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बच्चों ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस उबड़ खाबड़ सड़क से हम लोगों का हर रोज आना जाना होता है। हम सब जब पढ़ने के लिए स्कूल जाते हैं तो सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढों में साइकिल से गिर जाते हैं और गंभीर चोट लग जाती है।

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बता दें कि करीब 4 वर्षों से खराब पड़ी सड़क का अभी तक निर्माण नही हो पाया है। बीते 5 साल पहले कार्यदाई संस्था द्वारा सड़क का निर्माण घटिया किस्म का कराया गया था, जो कि छः माह बाद बरसात होते ही सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे गिट्टी निकलकर दिखने लगी है। जिसमें आने जाने वाले आदिवासी दुरु क्षेत्र के स्कूली बच्चों से लेकर आम जनता तक को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

वही इस सड़क को बनवाने के लिए जब किसी ने न पहल नहीं की तो स्कूली बच्चों ने इसका बीड़ा उठाया और सड़क बनाने की मांग जिला प्रशासन से किया है। इस सम्बन्ध में सहदेव सिंह गौड़ ग्राम प्रधान बेलछ ने बताया कि सड़क पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त है। आने जाने में लोगों को काफी समस्या होती है। सड़क पर गिट्टी निकली हुई है और जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं। जिसमें आए दिन लोग गिर कर दुर्घटना का शिकार होते है। प्रदर्शन करने वालो में नीरज, अवधेश, विकास , अमलेश्वर, सुनीता , कुसुम , मनोज, राजेश सहित दर्जनों स्कूली बच्चे शामिल रहे।

(रिपोेर्ट-रविदेव पाण्डेय,सोनभद्र)

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