सीतापुरः नोटबंदी के दौरान शिक्षिका द्वारा भेजे गये पत्र का पीएम ने दिया ये जवाब…
सीतापुर — राजधानी से सटे जनपद सीतापुर यह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि 85 साल की उम्र में भी आप देश के विकास व उन्नति में योगदान के लिए प्रयासरत रहती हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ये वाक्य कस्बे मे रहने वाली सरला तिवारी से कहा गया है। प्रधानमंत्री ने सरला को पत्र लिखकर उनके सुखद भविष्य की कामना भी की है।
दरअसल, नोटबंदी के बाद कमलापुर में रहने वाली सेवानिवृत्त शिक्षिका सरला देवी ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर इस साहसिक निर्णय को सफलता पूर्वक लागू करने की बधाई देते हुए भविष्य में भी देश का प्रधानमंत्री रहते हुए भारत को तरक्की के मार्ग पर आगे बढ़ाने की कामना की थी। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पत्र सरला देवी को भेजा गया है। पत्र से पहले उन्हे पीएमओ से कॉल की गई।
पहले तो सरला को यकीन नही हुआ लेकिन पीएमओ से जब कहा गया कि प्रधानमंत्री ने आपके पत्र का जवाब दिया है, जो जल्द आप तक पहुंचेगा तो वह गदगद हो गई।गत 20 मई को उन्हें प्रधानमंत्री का पत्र मिला। जिसमें लिखा है, कि आपका स्नेहिल पत्र पढ़कर प्रसन्नता हुई। आपके आशीर्वचनों ने मुझे देश के लिए जी-जान से कार्य करने की नई ऊर्जा व प्रेरणा दी है| पीएम ने लिखा कि बुजुर्गो का अनुभव हमारी पूंजी है।जीवन के उतार चढ़ाव का किस तरह सामना करें और कैसे देश की विकास यात्रा में अपने सामर्थ्य के अनुसार रचनात्मक योगदान दें, यह हमारी नई पीढ़ी उनसे सीख सकती है।
अंत में लिखा है आशा करता हूं कि आप इसी प्रकार अपने विचारों व अनुभवों को लोंगो से साझा करके उन्हे लाभान्वित करती रहेंगी। आपके अच्छे स्वास्थ्य व सुखद भविष्य की कामना सहित। आपका नरेन्द्र मोदी। प्रधानमंत्री का पत्र पाकर सरला तिवारी बेहद उत्साहित हैं| वह कहती हैं, कि अपने व्यस्त समय में से आम व्यक्ति के लिए समय निकालना प्रधानमंत्री की सरलता व सहजता प्रदर्शित करता है।
(रिपोर्ट-सुमित बाजपेयी,सीतापुर)