सीतापुरः श्मशान की भूमि पर दबंगो का कब्जा
सीतापुर — उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में केशव ग्रीन सिटी एक बार फिर विवादों में घिर गई है। एक ओर जहां ग्रामीणों ने ग्रीन सिटी के मालिकों पर श्मशान की भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य कराने का आरोप लगाया है,
वही दूसरी ओर ग्रीन सिटी के मालिकों ने इस पूरे इलाके में इतना ज्यादा अवैध खनन करा दिया है कि यहां से होकर गुजरने वाली हाईटेंशन लाइन के टॉवर खतरे के दायरे में आ गए हैं। श्मशान की भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत को लेकर जहां डीएम शीतल वर्मा ने पैमाइश और जांच के आदेश दिए हैं वही एचटी लाइन के टॉवर के इर्द गिर्द मिट्टी के बेतहाशा खनन से टॉवर पर मंडरा रहे खतरे को लेकर विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
बता दें कि थाना रामकोट क्षेत्र में हाइवे पर रामपुर मढिया ग्राम में बीते तीन वर्ष पूर्व केशव ग्रीन सिटी का निर्माण कराया गया था। इस ग्रीन सिटी के बनने के साथ ही विवादों से इसका नाता जुड़ गया था। ग्राम सभा की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने और बिना भू-उपयोग परिवर्तित कराए उस पर निर्माण कराए जाने की शिकायतों से यह ग्रीन सिटी विवादों का केंद्र बनकर सुर्खियों में आ गयी थी। उसके बाद अधिकारियों की सांठ गांठ से कार्यवाही ठंडे बस्ते में चली गयी। ताज़ा विवाद श्मशान की भूमि को ग्रीन सिटी में शामिल कर उस पर निर्माण कराए जाने को लेकर है।
इस शिकायत पर जब डीएम ने तहसील प्रशासन की टीम को मौके पर भेजा तो दूसरा मामला वहां एचटी लाइन के टॉवर के इर्दगिर्द बड़ी तादात में मिट्टी का अवैध खनन का पकड़ा गया। मौके पर पाया गया कि मिट्टी खनन के कारण टॉवर की जड़ कमजोर पड़ गयी है और शाहजहांपुर के रौज़ा को जाने वाली एचटी लाइन का टॉवर कभी भी धराशायी हो सकता है। इस सम्बंध में तहसील प्रशासन की सूचना पर विद्युत विभाग के अधिकारियों ने मौके पर जाकर पूरी स्थिति का जायज़ा लिया और टॉवर के आसपास अवैध मिट्टी खनन को लेकर जवाब तलब किया। डीएम की सख्ती के ग्रीन सिटी मालिको के होश उड़ गए हैं और वे अधिकारियों को मैनेज करने में जुट गए हैं।
(रिपोर्ट- सुमित बाजपेयी,सीतापुर)