शर्मसार : 80 साल की बूढी मां को बीच चौराहे छोड़ भागा बेटा
न्यूज डेस्क– कहते है, मां को देवी के रूप में पूजा जाता है। और वह अपने बच्चे और परिवार को कभी अकेला नही छोड़ती है। लेकिन वही मां जब बूढापे में बिस्तर पकड़ती है, तो उन्हे हर कोई बोझ समझने लगता है। ऐसा ही एक मामला बिहार से सामने आया है। जहां कलयुगी बेटे ने अपनी 80 साल की बूढ़ी मां को अनजान शहर में सड़क पर बेसहारा छोड़ दिया।
काफी इंतजार बाद भी जब बेटा नहीं आया तो बेबस मां की आंखों से आंसू बहने लगे। उसे रोता देख लोगों की भीड़ लग गई। भीड़ के बीच में भी बूढ़ी मां की आंखें बेटे को तलाशती रही। इतना सबकुछ होने के बावजूद वह अपने बेटे की सलामती के लिए चिंतित थी। जुबान पर सिर्फ उसका ही नाम था।
यह दर्दनाक दृश्य शुक्रवार की रात माड़ीपुर पावर हाउस चौक के पास लोगों को देखने को मिला। भीड़ से घिरी वृद्धा घबरा गई। सूचना पर सामाजिक कार्यकर्ता नूसरत जहां पहुंचीं। उन्होंने वृद्धा को संभाला और उनके बारे में जानकारी ली। वृद्धा ने अपना नाम जहांआरा खातून व पति का नाम अब्दुल सत्तार बताया। बताया कि बेटे मो. इरफान उर्फ बिट्टू के साथ शहर आयी थी।
हालांकि वह कभी सीतामढ़ी के सोनवर्षा तो कभी दरभंगा की रहने वाली बता रही थी। इसके बाद स्थानीय वार्ड पार्षद एनामुल हक वृद्धा को लेकर काजीमोहम्मदपुर थाने गए। वहां पूछताछ के बाद बीएमपी छह मालीघाट स्थित वृद्धा आश्रम भेज दिया गया।
बेटे के साथ अनहोनी की जता रही थी आशंका
सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि वृद्धा से पूछताछ में चला कि उसका बेटा एक रिश्तेदार के घर चलने की बात कह रिक्शा पर बैठा था। इस दौरान वह बहाने से मां को रिक्शा पर ही छोड़ निकल गया। नूसरत जहां ने बताया कि वृद्धा से बातचीत करने पर लगा कि वह अच्छे परिवार से ताल्लुक रखती है। घर से कम निकलने के कारण उसे बाहर के बारे में ज्यादा जानकारी नही है। वह बेटे के साथ बार-बार किसी अनहोनी की आशंका जता रही थी।
मिठाई लेने के बहाने से निकला
रिक्शा चालक ने बताया कि ईमलीचट्टी स्थित सरकारी बस स्टैंड से माड़ीपुर पावर हाउस चौक स्थित चित्रगुप्तपुरी के लिए भाड़ा तय किया था। पावर हाउस चौक से चित्रगुप्तपुरी के लिए मुड़ते समय वृद्धा का बेटा बोला कि मिठाई लेकर आता हूं। इसके बाद वह रिक्शा से उतर गया। काफी इंतजार किया, लेकिन वह नहीं लौटा। इसके बाद रिक्शा चालक ने आसपास के लोगों को जानकारी दी।
घर का सही पता नही मालूम
वृद्धा को उसी रिक्शा पर बैठाकर लोग थाने पहुंचे जहां उससे पूछताछ की गई। काजी मोहम्मदपुर के प्रभारी थानेदार विनोद कुमार ने बताया कि पूछताछ में वृद्धा ने सही पते की जानकारी नहीं दी है। तत्काल में उन्हें वृद्धा आश्रम भेज दिया गया है, साथ ही उसके परिजनों की तलाश की जा रही है।