शिया वक्फ बोर्ड द्वारा पेश फार्मूले पर शाही इमाम ने खड़े किए सवाल
लखनऊ– दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना अहमद बुखारी मुलायम सिंह यादव के 79वें जन्मदिन के मौके पर राजधानी लखनऊ पहुंचे। जहां उन्होंने रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के हल के लिए शिया वक्फ बोर्ड द्वारा पेश फार्मूले पर सवाल खड़े कर दिए। बातचीत में बुखारी ने कहा कि अयोध्या मसले पर 1986 से अब तक कई स्तर पर वार्ता हो चुकी है।
हर तरह के फॉर्मूले भी सामने आ चुके हैं, लेकिन नतीजा नहीं निकला। सुप्रीम कोर्ट का फैसला ही अंतिम फैसला होगा, इसे सबको मानना होगा। उन्होंने कहा कि जहां तक शिया वक्फ बोर्ड के फार्मूले का सवाल है तो खुद शिया समुदाय उससे सहमत नहीं है। साथ ही शिया वक्फ बोर्ड अयोध्या मामले में पक्षकार भी नहीं है।वह फार्मूला किस हैसियत से ला रहा है। साथ ही कहा कि आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के पास कोई फार्मूला नहीं है। मालूम हो कि शिया वक्फ बोर्ड ने अयोध्या विवाद को लेकर एक समझाौता प्रस्ताव तैयार किया है। बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी के मुताबिक इस प्रस्ताव को गत 18 नवम्बर को उच्चतम न्यायालय में पेश किया जा चुका है। रिजवी का दावा है कि वह अयोध्या विवाद का सबसे अच्छा फार्मूला है। फार्मूले में शिया वक्फ बोर्ड द्वारा विवादित जमीन पर अपना दावा छोड़कर उसे मंदिर निर्माण के लिए देने और लखनऊ में मस्जिद-ए-अमन बनाए जाने का प्रस्ताव किया गया है।