बीएसए के निरीक्षण में बंद मिले 7 स्कूल,शिक्षकों का वेतन रोक मांगा स्पष्टिकरण
बहराइच– जिले की बुनियादी शिक्षा ढर्रे पर नहीं आ रही है। मंगलवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्वयं विकास खंड चित्तौरा और रिसिया के स्कूलों का निरीक्षण किया तो वास्तविकता सामने आ गई। बीएसए को सात विद्यालय बंद मिले। जिसके चलते स्कूलों के सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। साथ ही खंड शिक्षा अधिकारियों को भी जवाबदेह बनाया गया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्यामकिशोर तिवारी ने बताया कि मंगलवार सुबह वह विकास खंड चित्तौरा के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय फुलवरिया पहुंचे। निरीक्षण के समय दोनों विद्यालय बंद मिले। सिर्फ एक शिक्षिका विद्यालय परिसर में मौजूद मिली, लेकिन स्कूल का ताला नहीं खुला। प्राथमिक विद्यालय किशुनपुर मीठा 8:50 बजे बंद मिला। वहीं प्राथमिक विद्यालय भोपतपुर चौकी में बीएसए 8:55 बजे पहुंचे। यहां भी ताला भी लटक रहा था। अनुचर अतुल कुमार स्कूल परिसर में आते मिले। बीएसए ने बताया कि विकास खंड रिसिया के उच्च प्राथमिक विद्यालय करौंदा पहुंचने पर नौ बजे स्कूल बंद मिला। यहां पर परिसर में गाय और बकरियां बंधी हुई थीं। प्राथमिक विद्यालय चरसंडामाफी 9:10 बजे बंद मिला। ग्रामीणों ने बीएसए को बयान दिया कि यहां जिम्मेदार स्कूल नहीं आते।
प्राथमिक विद्यालय असवा मोहम्मदपुर 9:20 बजे बीएसए पहुंचे। यहां शिक्षक सदानंद उपस्थित मिले। शेष शिक्षक ड्यूटी से नदारद थे। अनुदेशक भी गायब मिले। प्राथमिक विद्यालय टेड़िया फकीर भी सुबह 10:30 बजे बीएसए को बंद मिला। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि बड़ी लापरवाही सामने आई है। ऐसे में सभी स्कूलों के शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का वेतन रोकते हुए उनसे स्पष्टीकरण तलब किया गया है। साथ ही क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारियों से भी जवाब मांगा गया है।
(रिपोर्ट- अमरेंद्र पाठक, बहराइच )