लखनऊ के न्यू हाई कोर्ट बिल्डिंग की चौथी मंजिल से गिरने से सीनियर वकील की मौत
लखनऊ– राजधानी लखनऊ के विभूति खंड स्थित न्यू हाई कोर्ट बिल्डिंग की चौथी मंजिल से गिरने से स्टैंडिंग काउंसिल के पूर्व चीफ रमेश चंद्र पांडेय की मंगलवार मौत हो गई। उनकी मौत की खबर जैसे ही हाईकोर्ट परिसर में लगी। अफरा-तफरी मच गई। इतनी ऊचाई से गिरने के बावजूद उनके शरीर से खून नही निकला।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। मंगलवार सुबह वह रोज की तरह अपने जूनियर वकीलों के साथ हाई कोर्ट पहुंचे। दोपहर में लंच के वक्त हाई कोर्ट बिल्डिंग के सी- ब्लॉक स्थित चौथी मंजिल पर अपने जूनियर के केबिन में पहुंचे। वहां कुछ देर बैठने के बाद वॉशरूम चले गए।
दोपहर 1:15 से 1:40 के बीच वह संदिग्ध हालात में चौथी मंजिल के वॉशरूम या बालकनी की खबर मिली। वहीं अधिवक्ताओं का कहना है कि उन्होंने खुदकुशी नहीं कि बल्कि हादसे का शिकार हुए हैं। रमेश चंद्र पांडेय कुछ दिन पहले एक हादसे में घायल भी हो गए थे। जिसकी वजह से पैर में लोहे के रॉड पड़े थे। सिर पर गहरी चोट आने से मौके पर ही मौत हो गई।
सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने उन्हें राम मनोहर अस्पताल ले गई, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। आक्रोशित वकीलों ने कहा कि जहां से रमेश चंद्र पांडेय जिस जगह से गिरने की बात बताई जा रही है वहां से कूदना संभव नहीं। अधिवक्ता हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे है।
साथी अधिवक्ताओं के मुताबिक रमेश चंद्र पांडेय काफी दिनों से तनाव में रहते थे। बीते 19 जुलाई को रमेश ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसे स्वीकार भी कर लिया गया है। इनकी जगह दूसरे व्यक्ति ने कार्यभार गृहण कर लिया है।