गाय का पीछा करता देख, 70 साल के बुजुर्ग का सर मुड़वाकर, चेहरे पर कालिख पोत घूमाया
बलरामपुर– जिले में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। जिसमें ग्रामीणों ने बीमार गाय का इलाज करवाने जा रहे 70 वर्षीय बुजुर्ग पर गाय छोड़ने का आरोप लगाकर उसे बुरी तरह पीटा।। सिर मुड़वाकर चेहरे पर कालिख पोत पूरे बाजार में घूमाकर एक गड्ढे में ढकेल दिया।
जिससे बुजुर्ग को गंभीर चोटे आई है। उन्हे अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। बुजुर्ग का आरोप है कि पुलिस आरोपियों को युवको को गिरफ्तार करने का बजाए उन्हे बचा रही है।मामला जिले के लक्ष्मनपुर भवनियापुर का है। जहां 70 साल के बुजुर्ग कैलाश नाथ शुक्ला गुरुवार को अपनी गाय का इलाज करवाने जुआथान श्रीनगर जा रहे थे।
तभी अचानक रस्सी टूट जाने के कारण गाय भागने लगी। कैलाशनाथ को गाय का पीछा करता देख अचानपुर नंदनगर के कुछ लोगों ने देख लिया। जिसके बाद उन्होने बुजुर्ग की एक न सुनी और उस पर गाय को आवारा छोड़ने का आरोप लगाकर बुरी तरह पीटा। उनका सिर मुड़वाकर चेहरे पर कालिख पोती और जंजीर से गाय से बांधकर बाजार में घुमाया।
बाद में उसे एक गड्ढे में फेक दिया। जिससे कैलाश नाथ का हाथ टूट गया। बुजुर्ग का अस्पताल में इलाज चल रहा है। कैलाश नाथ का आरोप है कि देहात थाने की पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है। एसपी राजेश राय ने बताया कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
क्या लोगों का ऐसा करना सही है ?
भीड़ द्वारा किसी शख्स को पीटने की यह कोई पहला मामला नही है बल्कि इससे पहले भी ऐसी कई घटनांए प्रकाश में आ चुकी है। लेकिन बावजूद इसके प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। लोगों को कानून हाथ में लेने का कोई हक नही है। यदि बुजुर्ग दोषी है भी तो ग्रामीणो को चाहिए था कि उसे पुलिस के हवाले कर यह कोर्ट पर छोड़ देना चाहिए कि वह किसी तरह की सजा का हकदार है। लेकिन भीड़ ने अपनी ही फैसाल सुना दिया।