SC का आदेश, UP के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को खाली करने होंगे सरकारी बंगले
लखनऊ– सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों के लिये आवास सुविधा को समाप्त कर दिया है। एनजीओ लोक प्रहरी ने 2004 में याचिका लगाकर इसे रद्द करने की मांग की थी। कोर्ट ने 2014 में इस पर सुनवाई पूरी कर ली थी, लेकिन अपना आदेश सुरक्षित रखा था।
लेकिन अब कोर्ट के आदेश के बाद अखिलेश सहित सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी आवास खाली करने होंगे। इसके पहले भी एक बार सुप्रीमकोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को आजीवन आवास का नियम रद कर दिया था। लेकिन तब यूपी की तत्कालीन अखिलेश सरकार नया कानून ले आई थी। लेकिन एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवास सुविधा से वंचित कर दिया है। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार के कानून को अमान्य घोषित किया।
पूर्व मुख्यमंत्री सरकारी आवास के हकदार नही : सुप्रीम कोर्ट
याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में उत्तर प्रदेश सरकार का संशोधित कानून रद्द करने की मांग की थी। उसका कहना था कि ऐसा नहीं किया गया तो इसका दूसरे राज्यों पर भी असर होगा। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री सरकारी बंगला हासिल करने के हकदार नहीं हैं।
इससे पहले भी कोर्ट ने बंगला खाली करने को कहा था
सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त 2016 में भी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगले खाली करने का आदेश दिया था। इस पर अखिलेश सरकार ने पुराने कानून में संशोधन कर यूपी मिनिस्टर सैलरी अलॉटमेंट एंड फैसेलिटी अमेंडमेंट एक्ट 2016 विधानसभा से पास करा लिया था। इसमें सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को आजीवन सरकारी बंगला आवंटित करने का प्रावधान किया गया था।
इन पूर्व मुख्यमंत्रियों को खाली करने होंगे बंगले
एनडी तिवारी, कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, मुलायम सिंह, अखिलेश यादव, मायावती और राम नरेश यादव। इन सभी को लखनऊ में सरकारी बंगले दिए गए थे। राजनाथ सिंह, मुलायम सिंह और मायवती के पास 2-2 सरकारी बंगले हैं।
कौन से वर्ष किसको मिला बंगला
• मुलायम सिंह यादव को 5 विक्रमादित्य मार्ग आवंटित है। जोकि अप्रैल 1991 में उन्हें मिला था।
• मायावती को जून 1995 में 13 ए मॉल एवेन्यू आवंटित हुआ था।
• राजनाथ सिंह को 4 कालीदास बंगला नवम्बर 2000 में आवंटित हुआ है।
• कल्याण सिंह को 2 मॉल एवेन्यू जुलाई 1992 में आवंटित हुआ है।
• नारायण दत्त तिवारी को नवम्बर 1989 में 1 ए माल एवेन्यू आवंटित हुआ था।
• राम नरेश यादव को अप्रैल 1980 में 12 माल एवेन्यू आवंटित हुआ था।
• अखिलेश यादव को अक्टूबर 2016 में 4 विक्रमादित्य मार्ग आर बंगला आवंटित हुआ था।