World Mental Health Day पर हुआ खुलासा, कोविड के दौरान मानसिक रोगियों की संख्या में हुई बढ़ोत्तरी

दुनिया भर में फैली कोविड महामारी के चलते देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई , लाखो लोग बेरोजगार हो गए , लोगो के उधोग धंधे ठप हो गए जिसके चलते लोगो के जीवन मे काफी परिवर्तन हुआ ।

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दुनिया भर में फैली कोविड महामारी के चलते देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई , लाखो लोग बेरोजगार हो गए , लोगो के उधोग धंधे ठप हो गए जिसके चलते लोगो के जीवन मे काफी परिवर्तन हुआ । आज भारत ही नही सम्पूर्ण विश्व मे मानसिक रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा देंखने को मिल रहा है।  वही विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि कोविड के भीषण तांडव के बीच सम्पूर्ण विश्व के मानसिक रोगियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है जिसके चलते अब World Mental Health Day मनाने की अत्यधिक आवश्यकता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार कुछ ग्रुप के लोग जैसे बेरोजगार, स्कूल के छात्र , बुजुर्ग और घर की महिलाएं कोविड संकट के दौरान अधिक मानसिक रूप से परेशान हुई है। कोरोना महामारी के दौरान मानसिक और न्यूरोलोजिकल डिसऑर्डर के लिए सेवाएं काफी बाधित हुई हैं। यह दिवस मानसिक स्वास्थ्य को लेकर काम करने का अवसर प्रदान करता है जो वर्तमान में दुनिया को प्रभावित कर रहा है और यह सुनिश्चित करता है कि लोग अच्छे मानसिक स्वास्थ्य का आनंद ले सकें।

जाने क्यों मनाया जाता है World Mental Health Day:

आज पूरी दुनिया में लोग विभिन्न प्रकार के कारणों के चलते डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं। कई बार लोग ऐसी परिस्थितियों में आ जाते हैं कि डिप्रेशन के चलते वह आत्महत्या के बारे में सोंचने लगते हैं। ऐसे में विश्व को मेंटल हेल्थ के प्रति जागरूक करने और उन्हें मानसिक तनाव से बचाने हेतु World Mental Health Day मनाया जाता है।

जानें क्या है World Mental Health Day की थीम:

प्रत्येक वर्ष मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगो को जागरूक करने और उनको इसकी सुनिश्चित जानकारी देने हेतु World Mental Health Day मनाया जाता है। इस वर्ष World Mental Health Day की थीम ‘एक असमान दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य’ रखी है। जिसका उद्देश्य ‘हैव्स’ और ‘हैव नॉट्स’ के बीच की खाई को खत्म करना है।

वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ जिसने इस वर्ष की थीम को रखा है उनका मानना है कि इस थीम का उद्देश्य इस बात को उजागर करना है कि मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं कम आय वाले लोगों तक पहुंचे। 75% से 95% मानसिक डिसऑर्डर वाले लोग निम्न और मध्य आय वाले हैं। मानसिक रोग से ग्रस्त बहुत से लोगों को वह इलाज नहीं मिलता जिसके वे हकदार हैं।

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 ट्वीटर पर ट्रेंड किया World Mental Health Day:

माइक्रोब्लॉगिंग ऐप ट्वीटर पर आज World Mental Health Day के दिन World Mental Health Day ट्रेंड कर रहा है ।वहीं एक यूजर लिखता है , मैं यह कहते हुए शर्मिंदा नहीं हूं कि मैं अपने मानसिक स्वास्थ्य के साथ संघर्ष कर रहा हूं। इसलिए यदि आप भी संघर्ष करते हैं, तो इसे अकेले न करें उठें और किसी से बात करें। क्योंकि जब बहुत देर हो जाएगी तब आपके परिजन आपके समर्थन में नहीं खड़े होंगे ।

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