आर्थिक आधार पर आरक्षण के खिलाफ उर्मिलेश ने सरकार पर दागे सवाल !
हरिद्वार—कल भगत सिंह चौक के पास मौजूद नेहरू युवा केंद्र में नवदलित विमर्श कार्यक्रम आयोजित किया गया। हरिद्वार नवदलित विमर्श समन्वय समिति के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम में बातचीत के दौरान उर्मिलेश का कहना था की आर्थिक आधार पर आरक्षण संविधान की भावना के खिलाफ है। इसके आधार पर केवल राजनीतिक हित साधने की कोशिश की जा रही है।
कार्यक्रम में उर्मिलेश ने कहा कि भारतीय समाज में फूट डालो की नीति काफी प्राचीन समय से चली आ रही है। इसका प्रतिकार डॉ. भीमराव आंबेडकर ने किया। दलित समाज को मुख्यधारा में लाने के लिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान किया गया। साथ ही उन्होंने सवाल दागते हुए कहा की केंद्रीय विश्वविद्यालयों, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सचिवालयों और अन्य कार्यालयों में अगड़ी जाति ही सबसे ज्यादा हैं। फिर आर्थिक आधार पर आरक्षण देने का क्या औचित्य।
वरिष्ठ पत्रकार डॉ. पंकज श्रीवास्तव ने आरक्षण को राजनीतिक हथियार के रूप में प्रयोग करने की दलों के नीति की आलोचना की। कहा कि मकसद, सोच सही और पारदर्शी होनी चाहिए। इस दौरान महापौर अनीता शर्मा, पूर्व विधायक अंबरीश कुमार आदि ने भी अपने विचार रखे। संचालन लेनिन रघुवंशी और श्रमिक नेता मुरली मनोहर ने किया। कार्यक्रम में पूर्व दर्जाधारी संजय पालीवाल, पूर्व विधायक रामजस, सतपाल ब्रह्मचारी, अशोक शर्मा, महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल, पार्षद अनुज सिंह , अंजू द्विवेदी सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे।