रियल्टी चेकः आबकारी विभाग में कभी भी समय पर कार्यालय नही पहुँचते जिम्मेदार अधिकारी
बाराबंकी — फरियादियों की सुनवाई के लिए एक तरफ योगी सरकार ने जिम्मेदार अधिकारियों को सुबह 9 बजे अपने कार्यालय में बैठने का आदेश जारी किया था।
जिससे कार्यालयों में आने वाले लोगों की शिकायतों का निस्तारण जिले के आलाधिकारी कर सके। ये फरमान कुछ दिन सभी विभागों में अच्छे से लागू भी हुवा और आज भी तमाम विभाग के जिम्मेदार अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जारी किया गया सुबह 9 बजे का आदेश मान भी रहे हैं।
लेकिन राजधानी लखनऊ के सबसे करीब जनपद बाराबंकी जिले का आबकारी विभाग सरकार के आदेशों की धज्जियां पिछले काफी दिनों से उड़ा रहा हैं। ‘यूपी समाचार’ की टीम ने रियल्टी टेस्ट में सोमवार को जिले के आबकारी विभाग से सारे कर्मचारी 10 बजने के बाद भी नही कार्यालय पहुचे। हैरानी की बात है की आबकारी अधिकारी एस.एन दुबे को सुबह अपने कार्यालय में 9 बजे पहुचना तो दूर उनके कर्मचारी भी कार्यालय में 10 बजे तक नही पहुचते हैं।
आबकारी कार्यालय के साथ-साथ आबकारी गोदाम का भी बुरा हाल है। यहाँ के भी जिम्मेदार आबकारी इंस्पेक्टर अपने इस गोदाम में अक्सर फील्ड कार्य बताकर गायब रहते। आबकारी विभाग के जब आलाधिकारियों द्वारा सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जाती हैं तो छोटे कर्मचारी क्यों कार्यालय समय से पहुंचे। इस पूरे मामले की जब जानकारी जिले के जिलाधकारी उदय भानु त्रिपाठी को हुई तो उन्होंने कार्यवाही करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
लेकिन सवाल अब भी यहीं हैं की जब जिले के आबकारी अधिकारी अपने दफ्तर में समय से नही पहुचेंगे तो वो छोटे कर्मचारियों को कैसे समय से कार्यालय आने के लिए निर्देशित करेंगे। गम्भीर सवाल तो ये भी हैं की ग्रामीण क्षेत्रों में शराब के काले कारोबार पर भी विभाग अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा हैं। जिसके बाद एक बार फिर शराब माफियाओ के हौशले बुलन्द होते दिख रहे हैं।
(रिपोर्ट – सतीश कश्यपस, बाराबंकी )