फतेहपुर–राशन (ration) की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए शासन ने मैन्युअल वितरण पर पूरी तरह रोक लगाने का आदेश दिया है। परंतु सरकार के नए नियमों के अनुसार कोटेदार सरकार की योजनाओं पर पलीता लगाने के काम कर रहे हैं।
वही आपूर्ति विभाग के अफसरों की मौजूदगी में प्रॉक्सी विधि से वितरण कार्य कराया जाएगा। राशन ration वितरण का काम प्रत्येक माह की 22 से 25 तारीख के मध्य किया जाएगा। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के तहत नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित कोटे की सभी दुकानों पर प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन से उपभोक्ताओं को राशन वितरित करने का आदेश है।
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ताजा मामला उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद का है। फतेहपुर जनपद के बिन्दकी के मीरखपुर कस्बे में ग्रामीणों ने कोटेदार पर राशन वितरण ration पर कालाबाजारी के आरोप लगाए। वही कुछ ग्रामीण नवाब अली सुमित मोहम्मद सैफरन कलावती पुरुषोत्तम आदि लोगों ने बताया कि कोटेदार राजेंद्र कुमार पीओएस मशीन राशन वितरण की दुकान से 300 मीटर दूर अपनी किराने की दुकान पर लगा रखी है। जिससे हम सभी ग्रामीणों वहां पर जाकर लाइन लगाना पड़ता है। फिर राशन लेने के लिए राशन वितरण की दुकान पर जाकर लाइन लगाना पड़ता है।
राशन वितरण के दौरान पीओएस मशीन की रसीद जमा कर ली जाती है। राशन तौलान में भी फर्क रहता है। मिली जानकारी के अनुसार कुछ सक्षम अधिकारियों का कोटेदार राजेंद्र कुमार पर छत्रछाया बनी हुई है। इसलिए कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है। वही क्षेत्रीय खाद रसद अधिकारी मनोज कुमार उत्तम ने बताया कि कोटेदार राजेंद्र कुमार की कई बार भी शिकायत आ चुकी हैं।
ग्रामीणों के द्वारा लगाए गए आरोप जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वही क्षैत्रीय सप्लाई इंस्पेक्टर सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि पीओएस मशीन की रसीद कुल विवरण के लिए जमा करा ली जाती है।