राजीव कुमार (rajiv kumar) ने रविवार को दिल्ली के निर्वाचन सदन में देश के 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के रूप में कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने 14 मई को सेवानिवृत्त हुए सुशील चन्द्रा का स्थान लिया है। पिछले दिनों ही केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने राजीव कुमार को मुख्य चुनाव आयोग के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की थी। केन्द्रीय कानून मंत्रालय की 12 मई की अधिसूचना में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संविधान के अनुच्छेद 324 के खंड (2) के अनुसरण में राजीव कुमार को 15 मई 2022 से मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया था।
राजीव कुमार 1984 बैच के IAS अधिकारी थे
बता दें कि 19 फरवरी 1960 को जन्में राजीव कुमार (rajiv kumar) ने 1 सितंबर 2020 को चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला था। चुनाव आयोग में कार्यभार संभालने से पहले राजीव कुमार लोक उद्यम चयन बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं। राजीव कुमार 1984 बैच के बिहार/झारखंड कैडर की भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक अधिकारी हैं। फरवरी 2020 में वह प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे।
नए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का रांची से गहरा नाता रहा है। वे तीन साल से अधिक समय तक रांची के डीएम रह चुके हैं। बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद राजीव कुमार झारखंड कैडर में आ गए थे। वे भारत सरकार के कई महत्वपूर्ण विभागों में भी अलग-अलग पदों पर रहकर बड़ी जिम्मेवारियां उठा चुके हैं।
2025 तक रहेगा कार्यकाल
नियमों के अनुसार मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल 6 साल या 65 साल की उम्र तक होता है। राजीव कुमार का जन्म साल 1960 में हुआ था तो ऐसे में उनका कार्यकाल साल 2025 तक रहेगा। यानी अगले लोकसभा चुनाव राजीव कुमार की देखरेख में ही होने हैं। यही नहीं गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी हाल ही में चुनाव होने हैं। ये चुनाव भी राजीव कुमार की देखरेख में होंगे।
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