137 दिन बाद संसद पहुंचे राहुल, INDIA गठबंधन के सांसदों ने किया जोरदार स्वागत, बंटी मिठाइयां
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की करीब 4 महीने के बाद संसद में वापसी हो गई है. मोदी सरनेम मामले में उन्हें 2 साल की सजा हुई थी, जिसके बाद संसद की सदस्यता छिन गई थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सजा पर रोक लगाई तो राहुल की सदस्यता भी बहाल हो गई. सोमवार को जब राहुल लोकसभा पहुंचे, तब ये 137 दिन बाद हुआ जब वह फिर से सांसद कहलाए.
सोमवार दोपहर 12 बजे राहुल गांधी लोकसभा में पहुंचे, यहां विपक्ष के नेताओं ने गेट नंबर-1 पर उनका स्वागत किया. राहुल गांधी कुछ देर के लिए सदन के अंदर बैठे, लेकिन कुछ ही देर में सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई थी. इससे पहले जब राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल हुई थी, तब संसद में मल्लिकार्जुन खरगे के दफ्तर में मिठाइयां बंटी थी और विपक्ष के सांसदों ने जश्न मनाया था.
बता दें कि मार्च में राहुल (Rahul Gandhi) की लोकसभा की सदस्यता गई थी, जुलाई में उन्हें गुजरात हाईकोर्ट से झटका लगा था और अब अगस्त में उन्हें फिर से सदस्यता मिल गई है. इन चार महीनों में भले ही राहुल संसद में नहीं गए थे, लेकिन सरकार के खिलाफ उनके आक्रामक तेवर कम नहीं हुए थे. राहुल ने लगातार अलग-अलग मसलों पर सोशल मीडिया के जरिए निशाना साधा.
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विपक्षी एकता में ताकत फूकेंगे राहुल
राहुल गांधी जब सांसद नहीं थे, तब एक बड़ा बदलाव ये हुआ कि विपक्षी पार्टियों ने एकजुटता की कोशिश की. इसी दौरान INDIA का गठबंधन बना और तब ये माना जा रहा था कि राहुल गांधी चुनाव लड़ने, प्रधानमंत्री पद की रेस से बाहर हैं क्योंकि वो सांसद नहीं थे. लेकिन अब सजा पर रोक है और राहुल गांधी की फिर चुनावी, संसदीय प्रक्रिया में वापसी हुई है. राहुल अब फिर सांसद हैं तो वह आक्रामकता से सरकार पर हमला बोल पाएंगे और साथ ही इंडिया गठबंधन में भी उनके पास अगुवाई करने का मौका होगा.
अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार को घेरेंगे
संसद का मॉनसून सत्र पूरी तरह से मणिपुर मसले पर हंगामे के बीच खत्म होता दिख रहा है. विपक्ष इस मांग पर अडिग था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मसले पर बयान देना चाहिए, जब ऐसा नहीं हुआ तो विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव ले आया था. इसी पर 8 अगस्त से संसद में चर्चा शुरू होनी है, जिसके बाद 10 अगस्त को पीएम मोदी जवाब देंगे.
राहुल गांधी की वापसी से विपक्ष को एक मुखर आवाज सदन में मिल पाएगी. वो पहले भी सदन में आक्रामक तरीके से बोलते आए हैं और सीधे पीएम मोदी पर हमला बोलते हैं, मणिपुर मसले पर मुखर राहुल गांधी अविश्वास प्रस्ताव में विपक्ष का पक्ष रख सकते हैं.
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