वायुसेना के बेड़े में शामिल हुआ ‘दुश्मनों का काल’ राफेल
ऐसा विमान पड़ोस के किसी भी देश के पास नहीं, भारत आने के 43 दिन बाद वायसेना में शामिल हुआ राफेल
भारत की ताकत बढ़ने के लिए फ्रांस से खरीदे गए 5 आधुनिक फाइटर जेट राफेल को आज वायुसेना के बेड़े में शामिल हो गए। इसकी के साथ भारत की ताकत में और इजाफा हो गया।
भारत आने के 43 दिन बाद ‘दुश्मनों का काल’ गुरुवार को अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन पर वायुसेना में शामिल किया गया। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली भी मौजूद रहीं।
ये भी पढ़ें..SSP की बड़ी कार्रवाई, 44 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सेना को दी बधाई
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा “राफेल का भारतीय वायुसेना में शामिल होना पूरी दुनिया के लिए कड़ा संदेश है, खासकर उनके लिए जो हमारे हक पर नजर डाल रहे हैं। मैं वायुसेना के साथियों को बधाई देता हूं। हाल ही में एलएसी पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दौरान आपने जो तेजी और सतर्कता दिखाई, उससे आपके कमिटमेंट का पता चलता है।”
ऐसा विमान पड़ोस के किसी भी देश के पास नहीं
#WATCH: Water cannon salute given to the five Rafale fighter aircraft at Ambala airbase. #Haryana pic.twitter.com/SB9jhyp1Ox
— ANI (@ANI) September 10, 2020
वहीं रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि वायु सेना के बेड़े में राफेल विमानों को शामिल किया जाना भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ऐसी दक्षता और बेजोड़ इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली वाला विमान पड़ोस में किसी भी देश के पास नहीं है।
राफेल की खासियत और ताकत
राफेल लड़ाकू विमान बेहद अत्याधुनिक और शक्तिशाली है। भारतीय वायुसेना की टुकड़ी में शामिल होने से इसकी ताकत में और भी अधिक इजाफा हो गया। इसमें उन्नत हथियार, उच्च तकनीक सेंसर, लक्ष्य का पता लगाने और ट्रैकिंग के लिए बेहतर रडार और प्रभावशाली पेलोड ले जाने की क्षमता है।
राफेल 4.5वीं पीढ़ी का विमान है, जिसमें राडार से बच निकलने की युक्ति है। इससे भारतीय वायुसेना (आईएएफ) में आमूलचूल बदलाव होगा, क्योंकि वायुसेना के पास अब तक के विमान मिराज-2000 और सुखोई-30 एमकेआई या तो तीसरी पीढ़ी या चौथी पीढ़ी के विमान हैं।
3700 किमी. तक की मारक क्षमता
राफेल की अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/घंटा है और इसकी मारक क्षमता 3700 किमी. तक है।
राफेल में बहुत ऊंचाई वाले एयरबेस से भी उड़ान भरने की क्षमता है। लेह जैसी जगहों और काफी ठंडे मौसम में भी लड़ाकू विमान तेजी से काम कर सकता है।
राफल 24,500 किलो भार उठाकर ले जाने में सक्षम है और 60 घंटे अतिरिक्त उड़ान की गारंटी भी है।
राफेल विमान दो इंजनों वाला बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है। यह लड़ाकू विमान परमाणु आयुध का इस्तेमाल करने में सक्षम है।
यह हवा से हवा में और हवा से जमीन पर हमले कर सकता है। राफेल हवा से जमीन पर मार वाली स्कैल्प मिसाइल है।
स्कैल्प मिसाइल की रेंज 300 किमी, हथियारों के स्टोरेज के लिए 6 महीने की गारंटी है।
राफेल अत्याधुनिक हथियारों से लैस होने वाला लड़ाकू विमान है। इस जेट के साथ मेटेअर मिसाइल भी है।
1 मिनट में 60,000 फ़ुट की ऊंचाई और 4.5 जेनरेशन के ट्विन इंजन से लैस है।