पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर की मिलीभगत से 55 लाख का गोलमाल

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एटा–देश की बैंको में घोटाला रुकने का नाम नहीं ले रहे है। ताजा मामला एटा में पंजाब नेशनल बैंक मैनेजर का 55 लाख रुपये के लोन का बड़ा फर्जीवाड़ा सामनें आया है। बैंक मैनेजर पर होम व व्यावसायिक लोन की 55 लाख रुपये फर्जी फाइल बनाकर आरोपी के साथ मिलकर 55 लाख रुपये निकालने का आरोप लगा है। 

एटा में एक नटवर लाल द्धारा पीएनबी के ब्रांच मैनेजर से सांठ-गांठ कर व्यावसायिक लोन व होम लोन के नाम पर 55 लाख रुपये का बड़ा फर्जीवाड़ा सामनें आया है। पाच साल पुराने इस मामले में पीड़िता तब सन्न रह गयी जब उसे ऋण वसूली प्राधिकरण इलाहाबाद की तरफ से ऋण चुकता न करने पर नोटिस मिली। दरअसल ये पूरा मामला शहर कोतवाली के बापू नगर का है; जहॉं की रहने वाली विधवा माया देवी का पड़ोस के ही रहने वाले मुनेश ट्रेडिंग के मालिक रामेश्वर सिंह से पारिवारिक संबध है और इसी का फायदा उठाते हुए नटवर लाल ने रामेश्वर सिंह ने व्यावसायिक लोन के नाम पर पीड़िता के मकान के कागज बैंक में गारन्टर के रुप में लगाने की बात कही और ऋण को दो वर्ष में चुकता कर मूल विक्रय पत्र लौटाने का झॉंसा दे दिया।

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जिस पर पीड़िता ने अपने मकान के मूल विक्रय पत्र दे दिए और 28 फरवरी 2013 को पीएनबी से 30 लाख रुपये का ऋण स्वीकृत हो गया। ये फर्जीवाड़ा यहीं नहीं रुका और पीएनबी के तत्कालीन ऋण विभाग के मैनेजर ने रामेश्वर सिंह से मिलीभगत कर पीड़िता को बिना बताये मूल विक्रय पत्र रामेश्वर सिंह यादव की पत्नी सुमन यादव को दे दिये और पीड़िता के मकान के मूल विक्रय पत्र को फर्जीवाड़ा करते हुए 8 अक्टूर 2014 को रामेश्वर सिंह यादव ने एचडीएफसी बैंक में सांठ.गांठ कर जाली हस्ताक्षर कर 55 लाख रुपये का लोन भी स्वीकृत करा लिया। 

मायादेवी का आरोप है कि मुनेश ट्रेडिंग के मालिक रामेश्वर सिंह यादव ने ऋण चुकता नहीं किया जिसके बाद एचडीएफसी बैंक ने ऋण वसूली प्राधिकरण इलाहाबाद की तरफ से मुकदमा दायर किया जिसकी बैंक की तरफ से उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गयी। मई 2018 में पीड़ित विधवा को ऋण प्राधिकरण इलाहाबाद की ओर से ऋण के मुकदमें में नोटिस प्राप्त हुई तो पीड़िता सन्न रह गयी। अपने साथ पीएनबी बैंक के मैनेजर के द्धारा किए गये फर्जीवाड़े के बाद पीड़िता बैंक के आला-अधिकारियों के चक्कर काटते काटते थक गयी जिसके बाद पीड़िता ने एस एस पी से न्याय की गुहार लगाई। जिस पर एस एस पी ने मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए पीड़िता की तहरीर पर 55 लाख रुपये के फर्जीवाड़े में पीएनबी बैंक के तत्कालीन मैनजरए एचडीएफसी बैंकए मुनेश ट्रेडिंग के स्वामी रामेश्वर सिंहए उनकी पत्नी सुमन यादव व पीएनबी के ऋण विभाग के अधिकारी समेत 5 लोगों के खिलाफ कोतवाली नगर में मामला दर्ज करने के आदेश दिये है।

(रिपोर्ट-आर. बी. द्विवेदी, एटा )   

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