क्षयरोग विभाग का खेल,प्रचार साम्रगी से अस्पताल के एक कमरे में ही चल रहा प्रचार-प्रसार
फर्रुखाबाद– अस्पतालों के डॉक्टरों को क्षयरोग की जानकारी जनता तक पहुंचाने के लिए लाखों रुपये का बजट दिया गया था।यह कार्यक्रम 10 फरवरी से लेकर 24 मार्च तक चलना था लेकिन जिले में जिला क्षय रोग अधिकारी सुनील मल्होत्रा ने कोई भी जन जागरूकता के लिए प्रचार नही कराया।
एक प्रचार करने वाले ठेकेदार ने 19 रुपये वर्ग फुट के हिसाब से होडिंग लगाने का टेंडर डाला था तो उसका टेंडर केंसिल करके दूसरे आदमी को 25 प्रतिशत कमीशन पर 30 रुपये वर्ग फुट के हिसाब से होडिंग लगाने का ठेका 23 तारीख को दे दिया।जब उस ठेकेदार ने पूरी रात जागरण करके पूरे जिले के अस्पतालों में होडिंग लगा दी।जिसका बिल लगभग 90 हजार से ऊपर का हुआ।जब वह भुगतान के लिए गया तो उसने बाबू को 10 हजार रुपये कमीशन के दिये लेकिन शाम को उस बाबू ने रुपये वापस कर दिए और कहा कि साहब से बात कर लो।जब ठेकेदार ने क्षयरोग अधिकारी से भुगतान को लेकर बात की तो उन्होंने 75 प्रतिशत कमीशन काटने के लिए कहा तो ठेकेदार ने मना कर दिया।फिर उसने लिखित शिकायत सीएमओ व डीएम से की तो क्षयरोग अधिकारी ने 30 मार्च को 40 प्रतिशत कमीशन काट कर भुगतान कर दिया।
सबसे मजे की बात यह है कि जो पोस्टर, पम्पलेट जिले की दीवारों पर लगे दिखाई देने चाहिए थे उनको क्षयरोग के जिला अस्पताल के एक कमरे पड़े देंखे गए । लोगो की माने तो प्रचार के लिए लाखों रुपये की प्रचार साम्रगी को तैयार कराया गया था लेकिन वितरित नही किया गया।जो अधिकारी कानपुर से रोजाना आना जाना करते है।सुबह अस्पताल में 11 बजे तक पहुंचे है उसके एक हफ्ते में एक दिन बड़ी मुश्किल से पूरा समय देते है नही तो 2 बजे ही कानपुर के लिए रबाना हो जाते है।
देश व प्रदेश में भाजपा सरकार चल रही है उसके साथ उनकी योजनाएं भी अच्छी है लेकिन अधिकारी वही जो एक कदम रखने पर भी कमीशन लिया करते थे।सरकार भले ही बदल गई लेकिन अधिकारियों की मानसिकता नही बदली।
(रिपोर्ट- दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद )