सोनभद्र — सूबे की पुलिस का एक ऐसा चेहरा सामने आया है जो शारीरिक रूप से अक्षम दिव्यांग व्यक्ति को 107 , 116 की धारा में चालान कर दिया। जिले में अभी उभ्भा भूमि विवाद का मामला ठण्डा भी नही पड़ा है कि पुलिस द्वारा भूमि विवाद को लेकर थाने पहुचने पर शारीरिक रूप के दिव्यांग व्यक्ति पर इस तरह की कार्रवाई चर्चा का विषय बना हुआ है।
दिव्यांग व्यक्ति का कहना है कि वह 10 जनवरी को जमीन विवाद को लेकर कोतवाली गया था लेकिन पुलिस विवाद सुलझाने की बजाय उसके पर भी कानूनी कार्रवाई कर दिया। पुलिस की इस कार्रवाई पर पीड़ित के अधिवक्ता का कहना है कि जो अपराधी है पुलिस उन्हें छोड़ देती है और जो व्यक्ति दूसरे के सहारे दैनिक क्रिया कर रहा है उसके पर शान्तिभंग 107 , 116 के तहत कार्रवाई कर रही है। वही इस मामले पर पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव से कार्रवाई की बात पूछी गयी तो वह कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया।
ट्राई साइकिल से कचहरी पहुंचा दिव्यांग
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने विकलांगो को उनकी विकलांगता बोझ समझ न आये इसके लिए उन्होंने दिव्यांग कहा और उन्हें सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाए चलाई। जिसकी देन है कि आज प्रदेश सरकार कई योजनाओ को संचालती करके दिव्यांगों को सशक्त बना रही है कि वह कुछ कर सके। सोनभद्र के रावर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के सजौर गांव निवासी गोपालमणि जो कमर के नीचे से दिव्यांग है और दूसरे के सहारे ही अपने दैनिक कार्यो को करते है।
जो सहयोगी के साथ अपनी ट्राई साइकिल से भूमि विवाद को लेकर 10 जनवरी 2020 को रावर्ट्सगंज कोतवाली गए जहां पुलिस ने कहा कि एसडीएम से लिखवाकर लाईये तब पुलिस कोई कार्रवाई करेंगी। जिस पर गोपालमणि कचहरी पहुचकर अधिवक्ता के द्वारा प्रार्थना पत्र उप जिलाधिकारी के नाम लिखवाया। जिस पर उप जिलाधिकारी ने एसएचओ को प्रकरण की जांच कर उचित कार्रवाई करने के लिए लिखा। जिसे लेकर वह सहयोगी के साथ कोतवाली गया।
पीड़ित के अधिवक्ता नित्यानन्द द्विवेदी ने कहा कि दिव्यांग गोपालमणि का भूमि विवाद था। जिसको लेकर वह रावर्ट्सगंज कोतवाली गए थे जहां एसडीएम के आदेश की बात कही जिसे करा कर फिर भेज दिया जिस पर पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाया। पुलिस ने दोनों पक्षो के चार लोगों को 107 व 116 के तहत शान्ति भंग में कार्रवाई कर दिया। पुलिस की इस कार्रवाई में दिव्यांग गोपालमणि भी शामिल रहे। पुलिस ने दिव्यांग पर कार्रवाई कर यह बता दिया है कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई से बचती है।
(रिपोर्ट-रविदेव पाण्डेय,सोनभद्र)