एटा–लॉकडाउन में ठेले पर आम बेचने वाले की पुलिस (Police) ने जमकर पिटाई की है जिससे युवक का हाथ टूट गया और पुलिस ने घायल ठेले वाले युवक को थाने में बन्द कर उसके खिलाफ ही कार्यवाही की है।
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(Police) पुलिस कर्मियों पर लॉक डाउन में आम बेचने वाले युवक की माँ ने पुलिस पर मारपीट कर हाथ तोड़ने का आरोप लगाया है, स्थानीय लोगों का कहना है कि युवक के परिवार में पांच लोग है जिनका पालन पोषण वो खुद रोज कमाकर करता है। घर मे और कोई भी व्यक्ति कमाने वाला नही है पुलिस के इस अत्याचार ने एक गरीब परिवार की रोटी छीन ली है। वही पूरे देश में आम जनता कोरोना महामारी और लॉक डाउन से ही परेशान है लेकिन बाबजूद इसके पुलिस भी गरीब श्रमिकों पर अत्याचार कर रही है, आखिर लोग कैसे लॉक डाउन को समर्थन करेंगे और लोग इस महामारी से कैसे जूझेंगे, जहाँ एक ओर केंद्र और राज्य सरकारें श्रमिकों के लिए रेल और बसों की व्यवस्था करा रही है तो वही ऐसे कुछ पुलिसकर्मी सरकार की उम्मीदों को पलीता लगाते दिख रहे हैं।
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बताया जा रहा है कि यह (Police) पुलिसकर्मी लॉक डाउन में पहले भी कई गरीब लोगों के साथ मारपीट कर चुका है जिससे कई लोग पहले भी घायल हो चुके है जिसकी कई बार अधिकारियों की शिकायत भी की गई है लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई, आखिरकार ऐसे (Police) वर्दी के नशे में चूर पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई विभागीय कार्यवाही क्यो नही हो रही है। वही पीड़ित की माँ ने रो रोकर बताया कि उनका इकलौता बेटा ही घर मे वही अकेला कमाने वाला था लेकिन बेरहम पुलिस की मार से उसका हाथ टूट गया अब घर के खर्चे पर मुसीबत का पहाड़ टूट गया है, पुलिस की पिटाई से घायल बेटे को न्याय दिलाने के लिए भटक रही ये पीड़ित माँ को न्याय तो नही मिल पाया लेकिन अब इस पीड़ित माँ को अपने परिवार के इस पापी पेट का भरण पोषण कैसे होगा इसकी चिंता उसे जरूर सताने लगी है।
वही अब देखने की बात होगी कि पुलिस अधिकारी इस बेरहम पुलिस कर्मी के खिलाफ किया कार्यवाही करते है कि नही,वही जब इस पूरे मामले पर पुलिस अधिकारियों से मामले की जानकारी की गई तो कुछ भी बोलने से इनकार किया है।
(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी, एटा)